Jammu News: चुनाव के दौरान आतंकी न करें कोई हरकत गृह मंत्रालय का सख्त निर्देश, सुरक्षा के लिए तैनात होंगी इतनी कंपनियां
Lok Sabha Election 2024 पूरे देश के साथ जम्मू कश्मीर में भी लोकसभा चुनाव होने हैं। बता दें यहां पर लोकसभा की सीटों की संख्या पांच है। प्रदेश निर्वाचन अधिकारी के आग्रह पर गृह मंत्रालय ने चुनाव प्रक्रिया में कोई खलल न पड़ें। इसके लिए प्रदेश में केंद्रीय अर्धसैन्यबलों की 635 कंपनियों को तैनात करने का आदेश दिया। इनमें से 36 स्ट्रांग रूम और बाकी मतदान केंद्रों की सुरक्षा संभालेंगी।

नवीन नवाज, जम्मू। जम्मू कश्मीर में लोकसभा चुनाव (Jammu Kashmir Lok Sabha elections) के दौरान आतंकियों की किसी भी नापाक हरकत को नाकाम बनाने और कानून व्यवस्था बनाए रखने की तैयारी शुरू हो गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी के आग्रह पर गृह मंत्रालय ने चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित एवं विश्वासपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने के लिए प्रदेश में केंद्रीय अर्धसैन्यबलों की 635 कंपनियां तैनात (635 companies of central paramilitary forces) करने का निर्देश दिया है।
370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार लोकसभा चुनाव
यह कंपनियां जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir News) में पहले से तैनात अर्धसैन्यबलों के अतिरिक्त होंगी। अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद जम्मू कश्मीर में पहली बार लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। संबंधित अधिकारियों ने आशंका जताते हुए कहा कि चुनाव के दौरान राजनीतिक कार्यकर्ताओं को निशाना बनाने के अलावा आतंकी आम नागरिकों के लिए भी संकट पैदा करने की कोशिश कर सकते हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय नहीं चाहता सुरक्षा में कोई चूक
केंद्रीय गृह मंत्रालय ( Home Ministry) कोई चूक नहीं चाहता। उन्होंने बताया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने चुनाव आयोग से चुनाव-संबंधी गतिविधियों के लिए जैसे ईवीएम स्ट्रांग रूम केंद्रों की रखवाली और मतगणना केंद्र की सुरक्षा, आम लोगों की सुरक्षा के लिए विभिन्न क्षेत्रों में अस्थायी सुरक्षा चौकियों की स्थापना, विभिन्न इलाकों में गश्त बढ़ाने, कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्रीय अर्धसैन्यबलों की तैनाती का आग्रह किया था।
यह भी पढ़ें: Jammu News: JKSSB की Assistant Scientific Officer के दस्तावेजों की जांच का ये है आखिरी दिन, बोर्ड ने दिए आदेश
जम्मू कश्मीर में पांच लोकसभा
बता दें कि जम्मू कश्मीर में पांच संसदीय क्षेत्र हैं और तीन अत्यंत संवेदनशील माने जाते हैं। आतंकी संगठन हमेशा ही जम्मू कश्मीर में चुनाव प्रक्रिया में बाधा डालने, हिंसा फैलाने का काम करते हैं ताकि पूरी दुनिया को यह संदेश दे सकें कि जम्मू कश्मीर में हालात खराब हैं।
प्रदेश निर्वाचन अधिकारी ने मांगी थी सुरक्षा
जम्मू कश्मीर में पांच वर्ष से बह रही बदलाव की बयार को बिगाड़ने के लिए आतंकी संगठन और उनकी आका पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई पूरी तरह हताश है। वह चुनाव के समय प्रदेश में गड़बड़ी कर माहौल बिगाड़ने के लिए हर संभव षड्यंत्र कर सकती है। देश के अन्य भागों के साथ ही जम्मू कश्मीर में भी अप्रैल-मई में संसदीय चुनाव होंगे।
चुनाव आयोग ने प्रदेश निर्वाचन अधिकारी कार्यालय से मिले आग्रह के आधार पर गृह मंत्रालय को स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव सुनिश्चित करने के लिए जम्मू कश्मीर में पर्यापत संख्या में अर्धसैन्यबल उपलब्ध कराने के लिए कहा है। गृह मंत्रालय ने जम्मू कश्मीर में 635 कंपनियां तैनात करने का यकीन दिलाया है।
उपलब्ध जानकारी के मुताबिक, चुनाव ड्यूटी के लिए तैनात की जाने वाले 635 कंपनियों में से 36 स्ट्रांग रूम और मतदान केंद्रों की सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगी। एडीजीपी कानून व्यवस्था विजय कुमार प्रदेश में तैनात किए जाने वाले अर्धसैन्यबलों और पुलिस के बीच समन्वय के लिए नोडल अधिकारी की भूमिका निभाएंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पांडुरंग के पोले प्रदेश में अर्धसैन्यबलो की तैनाती व उनकी आवाजाही की जिम्मेदारी संभालेंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।