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    Jammu Municipal Corporation: शहर में सवा साल में 9761 कुत्तों की नसबंदी, 60 हजार के करीब हैं कुत्ते

    By Vikas AbrolEdited By:
    Updated: Wed, 10 Aug 2022 05:39 PM (IST)

    पिछले सवा साल में 9761 कुत्तों की नसबंदी की है। शहर में 60 हजार के करीब कुत्ते हैं जो सड़कों पर घूमते हुए कई बार लोगों को काट लेते हैं। जम्मू नगर निगम ...और पढ़ें

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    निगम आयुक्त राहुल यादव एनिमल बर्थ कंट्रोल कार्यक्रम संबंधी बैठक में कुत्तों की नसबंदी व टीकाकरण की जानकारी लेते हुए।

    जम्मू, जागरण संवाददाता : जम्मू नगर निगम ने पिछले सवा साल में 9761 कुत्तों की नसबंदी की है। शहर में 60 हजार के करीब कुत्ते हैं जो सड़कों पर घूमते हुए कई बार लोगों को काट लेते हैं। जम्मू नगर निगम ने मार्च 2021 में राष्ट्रीय एजेंसी को शहर में कुत्तों की नसबंदी का ठेका दिया था। इससे पहले भी एक एजेंसी जम्मू में कुत्तों की नसबंदी का काम कर चुकी है।

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    बुधवार को निगम आयुक्त राहुल यादव की अध्यक्षता में एबीसी/एआरवी निगरानी समिति की हुई एक बैठक में उक्त जानकारी दी गई। इस बैठक में शहर में कुत्तों की नसबंदी का कार्य करने वाली एजेंसी फ्रेंडिकोज द्वारा लागू किए जा रहे एनिमल बर्थ कंट्रोल कार्यक्रम के विभिन्न पहलुओं और प्रगति पर चर्चा हुई। यह बैठक रूपनगर स्थित नगर निगम के एनिमल केयर सेंटर में हुई। बैठक में एबीसी निगरानी समिति के सभी सदस्यों वार्ड 10 के कारपोरेटर अनिल कुमार मासूम, पशु पालन विभाग के रोग जांच अधिकारी डा. शेर सिंह, निगम के हेल्थ आफिसर डा. विनोद शर्मा, म्यूनिसिपल वेटनरी आफिसर डा. सुशील कुमार शर्मा, सेव एनजीओ की अध्यख देवेंद्र कौर मदान, हक्कू स्ट्रीट एनिमल्स फाउंडेशन ट्रस्ट (रजि.) के संस्थापक एवं प्रधान नम्रता हक्कू आदि मौजूद थे। बैठक में एमवीओ डा. सुशील कुमार शर्मा ने बताया कि एजेंसी ने 01 अप्रैल 2021 से 31 जुलाई 2022 तक 9761 कुत्तों की नसबंदी की। यह काम एजेंसी ने शिकायतों के आधार पर नियमों के अनुरूप किया। एजेंसी पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के तहत नसबंदी की प्रक्रिया को पूरा कर रही है। शिकायत के आधार पर कुत्ते को पकड़ने के बाद नसबंदी व टीकाकरण करने के बाद दोबारा उसी जगह छोड़ दिया जाता है।

    एमवीओ ने बैठक में आगे बताया कि पिछले एबीसी को ध्यान में रखते हुए अब तक कुल 26,878 आवारा कुत्तों की नसबंदी व टीकाकरण किया जा चुका है। बैठक में निर्णय लिया गया कि नगर निगम के सहयोग से क्षेत्र में कार्यरत स्थानीय पशु कल्याण संगठन कुत्तों के प्रति मानव व्यवहार में सुधार के बारे में आम लोगों में जागरुकता लाएंगे। एबीसी कार्यक्रम कुत्ते की जनसंख्या वृद्धि को कम करने के साथ-साथ रेबीज उन्मूलन में मदद करता है।

    स्थानीय पशु कार्यकर्ता, स्वयंसेवक, कुत्ता प्रेमी भी कुत्तों को पकड़ने और छोड़ने के दौरान कुत्ता पकड़ने वाले दस्ते के साथ सहयोग करेंगे। समयबद्ध तरीके से आवारा कुत्तों की आबादी को प्रभावी ढंग से और स्थायी रूप से नियंत्रित करने के लिए नगर निगम और बुनियादी ढांचा तैयार करेगा। इसके लिए एमवीओ को डीपीआर तैयार करने के लिए निगम के संबंधित इंजीनियरिंग विंग के साथ मामले को उठाने का निर्देश दिया गया। निगम आयुक्त ने शहर वासियों से इस कार्य में सहयोग की अपील की।