पहलगाम हमले के बाद कश्मीर आने वाले पर्यटकों की घटी संख्या, श्रीनगर एयरपोर्ट से कम हुईं उड़ानें
पहलगाम हमले के बाद श्रीनगर में हवाई यात्रियों की संख्या में गिरावट आई है। शीतकालीन कार्यक्रम में उड़ानों की संख्या कम कर दी गई है, अब प्रतिदिन 39 उड़ानें होंगी। इंडिगो अधिकतम 22 उड़ानें संचालित करेगी। श्रीनगर हवाई अड्डे के निदेशक ने बताया कि यात्रा की कम मांग के कारण उड़ानों की संख्या कम हुई है। भुवनेश्वर, देहरादून जैसे शहरों के लिए उड़ानें फिर से शुरू करने की कोशिश की जा रही है। खराब मौसम के कारण भी उड़ानें रद्द हो जाती हैं।

पहलगाम हमले के बाद कश्मीर आने वाले पर्यटकों की घटी संख्या (File Photo)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। पहलगाम हमले के बाद से श्रीनगर में हवाई यात्रियों की आमद में काफी कमी देखी गई है। अभी तक इसमें सुधार के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं।
एयरलाइनों द्वारा तैयार और विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा जारी शीतकालीन कार्यक्रम के अनुसार विभिन्न शहरों से से श्रीनगर और वापस आने के लिए प्रतिदिन 39 उड़ानें संचालित होंगी।ये उड़ानें शीतकालीन कार्यक्रम में निर्धारित की गई हैं जो 26 अक्टूबर से 28 मार्च के बीच प्रभावी है।
एयरलाइनों ने इस शीतकाल में श्रीनगर के लिए जितनी उड़ानें निर्धारित की हैं, वह पिछली शीतकाल में श्रीनगर के लिए संचालित होने वाली लगभग 50 से 60 उड़ानों की तुलना में काफ़ी कम है।
इस वर्ष के शीतकालीन कार्यक्रम में इंडिगो जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी के लिए अधिकतम 22 उड़ानें संचालित करेगी।एयर इंडिया एक्सप्रेस ने छह उड़ानें, एयर इंडिया ने पांच और स्पाइसजेट ने श्रीनगर के लिए चार उड़ानें सूचीबद्ध की हैं जो सभी दिल्ली और श्रीनगर के बीच संचालित होंगी। एयर अकासा की शीतकालीन कार्यक्रम के अनुसार श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए दो उड़ानें संचालित होंगी।
श्रीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के निदेशक जावेद अंजुम का कहना है कि श्रीनगर और विभिन्न गंतव्यों के बीच यात्रा की कम मांग के कारण विभिन्न एयरलाइनों की उड़ानें काफी कम हैं। हालांकि उनका कहना है कि अधिक शहरों के लिए उड़ानें जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है जिन्हें कम मांग के कारण पहले बंद कर दिया गया था।
अंजुम ने कहा कि पहले भुवनेश्वर, देहरादून, अहमदाबाद और बेंगलुरु के लिए सीधी कनेक्टिविटी थी जो बंद हो गई थी लेकिन अब हम इन उड़ानों को फिर से शुरू करने की कोशिश कर रहे हैं।वार्षिक हज उड़ानों के अलावा श्रीनगर हवाई अड्डे से एकमात्र अंतरराष्ट्रीय उड़ान स्पाइसजेट श्रीनगर दुबई उड़ान थी।
इस क्षेत्र में मांग में गिरावट के कारण इस उड़ान को बंद करना पड़ा था।श्रीनगर हवाई अड्डे पर सर्दियों के महीनों में खासकर दिसंबर और जनवरी के दौरानए खराब दृश्यता के कारण कई उड़ानें रद्द हो जाती हैं।

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