फुंसुक वांगड़ू की लाइफ में 'ऑल इज नॉट वेल, कैसे हीरो से विलेन बन गए सोनम वांगचुक?
पर्यावरणविद सोनम वांगचुक राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार हो गए हैं और जेल में बंद हैं। लेह में 24 सितंबर को हुए हिंसक प्रदर्शन के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जा रहा है जिसमें 4 प्रदर्शनकारियों की मौत हुई। वांगचुक की प्रमुख मांगे हैं लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा लेह और कारगिल को अलग लोकसभा सीट छठी अनुसूची के तहत लद्दाख को सुरक्षा आदि हैं।

डिजिटल डेस्क, जम्मू। पर्यावरणविद सोनम वांगचुक की मुश्किलें आसान नहीं हो रही है। वह राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तार हो गए हैं और फिलहाल जेल में बंद हैं। 24 सितंबर को लेह में हो रहा प्रदर्शन अचानक हिंसक हो गया। इसके लिए वांगचुक को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। इस दौरान 4 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई थी और करीब 70 घायल हो गए थे। कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए लेह में कर्फ्यू लगाया गया था।
क्या है मांगे
लद्दाख के लोगों की प्रमुख रूप से चार मांगे हैं। इनकी पहली मांग है कि लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा दिया जाए। दूसरी मांग है कि लेह और कारगिल को अलग लोकसभा सीट दी जाए। तीसरी मांग है कि छठी अनुसूची के तहत लद्दाख को संवैधानिक सुरक्षा दी जानी चाहिए चौथी मांग है कि सरकारी नौकरी में स्थानीय लोगों को शामिल किया जाए।
कौन हैं सोनम वांगचुक
सोनम वांगचुक का जन्म 1 सितंबर, 1966 को लेह में हुआ था। उनके पिता का नाम सोनम वांग्याल है और मां का नाम तेजरिंग वांगमो है। उनके पिता राज्य सरकार में मंत्री चुके हैं। जन्म से समय उनके गांव में को कोई स्कूल नहीं था, ऐसे में 9 साल की उम्र तक सोनम की मां ने लद्दाखी भाषा में पढ़ाया। बाद में उन्होंने श्रीनगर के एनआईटी से इंजीनियरिंग की डिग्री ली।
इनकी स्टोरी से प्रेरित है फिल्म थ्री इडियट्स का किरदार
2009 में आई फिल्म थ्री इडियट्स में फुंसुक वांगड़ू का किरदार असल में इनकी जिंदगी से ही प्रेरित है। सोनम एक इनोवेटर, एक्टिविस्ट और क्लाइमेट वॉरियर हैं। वह बच्चों के लिए लगातार काम करते रहे हैं। वांगचुक को साल 2018 में लद्दाख में शिक्षा में उनके योगदान के लिए रमन मैगसेसे अवॉर्ड भी दिया जा चुका है।
9 भाषाओं के जानकार
सोनम वांगचुक को 9 भाषाओं का ज्ञान है। वह बचपन इन भाषाओं को नहीं जानते थे लेकिन सीखने की ललक लगी और उन्होंने 9 भाषाएं सीख लीं। इन सभी भाषाओं को वो अच्छी तरह से समझ और बोल सकते हैं। सोनम विज्ञान और गणित जैसे विषयों को भी लद्दाखी भाषा में पढ़ा भी चुके हैं।
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