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    कश्मीर में स्नोफॉल का दौर शुरू, बर्फबारी के बीच मस्ती करते नजर आए पर्यटक, पढ़ें आगे कैसा रहेगा मौसम का हाल?

    Updated: Wed, 08 Oct 2025 07:53 AM (IST)

    पश्चिमी विक्षोभ के चलते कश्मीर घाटी के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश जारी है जिससे तापमान में गिरावट आई है। गुलमर्ग में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया है। बारिश के कारण जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग खुलने के बाद भी सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई है।

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    कश्मीर में स्नोफॉल का दौर शुरू, बर्फबारी के बीच मस्ती करते नजर आए पर्यटक (File Photo)

    जागरण संवददाता, श्रीनगर। पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मंगलवार को दूसरे दिन भी कश्मीरी घाटी के ऊपरी इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में बारिश का सिलसिला जारी रही। इसके चलते तापमान में काफी गिरावट आई है।

    गुलमर्ग में शून्य से नीचे का तापमान दर्ज किया गया, जबकि अन्य क्षेत्रों में भी तापमान में आई गिरावट से ठिठुरन बढ़ा गई है। श्रीनगर का अधिकतम तापमान सामान्य से 13 डिग्री कम होकर मात्र 12.5, जबकि जम्मू में अधिकतम तापमान 21.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 11 डिग्री कम है।

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    जम्मू संभाग में मौसम साफ और दिनभर धूप खिली रही। बारिश के चलते सोमवार देर रात 10 बजे से बंद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग को भी मंगलवार सुबह वाहनों की आवाजाही के लिए खोला दिया गया है।

    20 घंटे में यातायात सुचारु शुरू हुआ

    उधर जम्मू संभाग को घाटी से जोड़ने वाले मुगल रोड पर भी 20 घंटे के बाद यातायात सुचारु हो गया है। कठुआ जिले की बनी तहसील के ऊंची पहाड़ियां सरथल, छत्रगला, मंदीधार और नुकनाली माता में ताजा हिमपात हुआ है।

    पर्यटक स्थल सरथल में आसमानी बिजली गिरने से 35 भेड़ बकरियों की मौत हो गई हैं। भारी बारिश के चलते सेवा नदी का जलस्तर बढ़ गया है, जिससे आसपास के लोग भयभीत हैं।

    मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों के दौरान कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई है। इसे बाद मौसम के धीरे-धीरे सुधार की उम्मीद है।

    नौ से 17 अक्टूबर तक मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा। संवेदनशील स्थानों पर भूस्खलन व पत्थर गिरने की संभावना बनी रह सकती है। यात्रा करते समय सतर्क रहने के लिए कहा गया है।

    गुलमर्ग सहित कई जगहों पर बर्फबारी

    सोमवार तड़के गुलमर्ग समेत घाटी के उच्च पर्वतीय इलाकों में बफर्बारी और निचले इलाकों में बारिश शुरू हुई थी, जिससे घाटी में तापमान में कई डिग्री नीचे चला गया था और समूची घाटी ठंड की चपेट में आ गई थी।

    श्रीनगर समेत घाटी के निचले इलाकों में मंगलसार को भी रुक रुक कर बारिश होती रही। श्रीनगर में दोपहर बाद बारिश थम गई अलबत्ता आसमान पर घने बादलों ने डेरा जमाए रखा।

    घाटी के अन्य उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी रुक-रुक कर हो रही है। वहीं दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग के लारनू और डाकसुन इलाकों में ताज़ा बर्फबारी से सेब के बागों और बिजली आपूर्ति लाइनों को भारी नुकसान पहुंचा है।

    स्थानीय लोगों ने बताया कि बर्फ के भार से कई पेड़ उखड़ गए, जिससे बिजली और सड़क संपर्क आंशिक रूप से बाधित रहा।

    बांदीपोरा गुरेज रोड बंद

    बर्फबारी के चलते बांदीपोरा गुरेज तथा कुपवाड़ा-करनाह रोड दूसरे दिन भी अहतियातन बंद रहे। वहीं घाटी के मैदानी इलाकों में भारी बारिश से कई इलाकों की सड़कों पर पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी।

    नगर निगम के कर्मचारी जमा पानी को साफ करते नजर आए। यातायात विभाग और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे ऊंचाई वाले दर्रों की ओर जाने से पहले सड़क की स्थिति की जांच लें, क्योंकि बर्फ जमा होने के कारण कई रास्ते फिसलन और जोखिम भरे हो गए हैं।

    घाटी के अन्य उच्च पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी रुक-रुक कर हो रही है। वहीं दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग के लारनू और डाकसुन इलाकों में ताजा बर्फबारी से सेब के बागों और बिजली आपूर्ति लाइनों को भारी नुकसान पहुंचा है।

    स्थानीय लोगों ने बताया कि बर्फ के भार से कई पेड़ उखड़ गए, जिससे बिजली और सड़क संपर्क आंशिक रूप से बाधित रहा।

    बर्फबारी के चलते बांडीपोरा गुरेज तथा कुपवाड़ा-करनाह रोड दूसरे दिन भी अहतियातन बंद रहे। वहीं घाटी के मैदानी इलाकों में भारी बारिश से कई इलाकों की सड़कों पर पानी भर गया, जिससे वाहन चालकों को परेशानी झेलनी पड़ी। नगर निगम के कर्मचारी जमा पानी को साफ करते नजर आए।

    यातायात विभाग और स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे ऊंचाई वाले दर्रों की ओर जाने से पहले सड़क की स्थिति की जांच लें, क्योंकि बर्फ जमा होने के कारण कई रास्ते फिसलन और जोखिम भरे हो गए हैं।