SMVDIME का 100% MBBS सीटों का प्रस्ताव रद्द, राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने मौजूदा नीति के खिलाफ बताया
श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस (एसएमवीडीआईएमई) के एमबीबीएस की सभी सीटों को भरने के प्रस्ताव को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने अस्वीकार कर दिया है। आयोग ने इस फैसले का कारण मौजूदा नियमों का उल्लंघन बताया है। एनएमसी के अनुसार, सभी मेडिकल कॉलेजों को आयोग के नियमों का पालन करना अनिवार्य है।

NMC ने मौजूदा नीति के खिलाफ बताया।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल एक्सीलेंस, कटड़ा में एमबीबीएस की अधिकतर सीटें मुस्लिम समुदाय के विद्यार्थियों को देने के विरोध में जम्मू में शुरू हुए आंदोलन के बीच राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने संस्थान के प्रस्ताव को रद कर दिया है। इस प्रस्ताव में संस्थान ने मेडिकल काउंसिल कमेटी के माध्यम से अपनी 100 प्रतिशत एमबीबीएस सीटें अखिल भारतीय कोटे के तहत भरने की मांग की थी।
मौजूदा नीति के खिलाफ कदम
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के एक अधिकारी ने कहा कि ऐसा कदम मौजूदा नीति के खिलाफ है। हम किसी एक संस्थान को एमसीसी में 100 प्रतिशत सीटें डालने के लिए अलग से नहीं रख सकते, क्योंकि सरकारी नीति है कि इतनी प्रतिशत सीटें मेडिकल काउंस¨लग कमेटी को जाती हैं और इतनी प्रतिशत सीटें राज्य काउंस¨लग को जाती हैं। हम किसी एक संस्थान के लिए नीति में बदलाव नहीं कर सकते।
अगर हमें इसे विशेष रूप से इसी संस्थान के लिए जारी करना है तो इसमें संशोधन की आवश्यकता है। जब हम नीति संशोधन करते हैं तो हमें समान संस्थानों को ध्यान में रखना होगा। अगर नीति या प्रतिशत में कोई बदलाव होता है तो संस्थान प्रवेश मानदंडों में बदलाव कर सकता है। कोई भी मानदंड सभी राज्यों में समान रूप से स्वीकार्य होना चाहिए।

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