पिछले तीन महीनों में मां वैष्णो देवी यात्रा में आई गिरावट, पिछले साल की तहर इस बार भी कम पहुंचे श्रद्धालु
माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए 15 दिसंबर के बाद यात्र में तेजी आ जाती है जो जनवरी के पहले सप्ताह तक जारी रहती हैं।
कटड़ा, राकेश शर्मा। माता वैष्णो देवी यात्रा में वैसे तो पूरे साल श्रद्धालुओं में खासा उत्साह रहता है, लेकिन सितंबर से 15 दिसंबर के बीच श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आ जाती है। इस बार भी बीते तीन महीनों में कम श्रद्धालु पहुंचे हैं। यात्रा में भक्तों के कम आने के कई कारण रहे हैं। जारी वर्ष के पहले 11 महीनों में 73,68753 श्रद्धालुओं ने किए हैं। 2018 पर गौर करें तो भक्तों का आंकड़ा 85,86541 था। इस साल विभिन्न कारणों से यात्र में समय-समय पर गिरावट दर्ज की गई।
कमी के ये कारण : जनवरी में प्रयागराज में हुए महाकुंभ, फरवरी में पुलवामा आतंकी हमला, उसके उपरांत भारत व पाक के बीच तनाव, फिर लोकसभा चुनाव और अगस्त में जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटना प्रमुख था।
अप्रैल से अगस्त तक भीड़: यूं तो यात्र 12 माह चलती रहती है। अप्रैल से अगस्त तक यात्र में तेजी रहती है। इन महीनों में रोजाना 35 से 45 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं, लेकिन सितंबर से 15 दिसंबर तक यात्र का आंकड़ा गिर कर आधा रह जाता है। 15 से 20 हजार श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। हालांकि पर्यटन विभाग, श्री माता वैष्णो देवी श्रइन बोर्ड के अलावा होटल रेस्तरां संघ व अन्य संगठन भी यात्र वृद्धि के प्रयास में जुटे हैं।
15 के बाद आएगी तेजी: माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए 15 दिसंबर के बाद यात्र में तेजी आ जाती है जो जनवरी के पहले सप्ताह तक जारी रहती हैं। इनमें अधिकांश श्रद्धालु बर्फबारी और नये साल के आगमन को लेकर आते हैं। 29 दिसंबर से दो जनवरी तक 35 से 40 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन पहुंचते हैं। 31 दिसंबर को तो श्रद्धालुओं की संख्या 50 हजार पहुंच जाती है। गौरतलब है कि वर्ष 2011 और 2012 में एक करोड़ से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं।
नई ट्रेनें आधार शिविर कटड़ा पहुंचेंगी : जुगल किशोर
श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन कटड़ा के सुपरिंटेंडेंट जुगल किशोर शर्मा ने बताया कि यात्रा में बढ़ोतरी करने के लिए रेलवे विभाग हर पल अपने प्रयास जारी रखे हुए है। आने वाले समय में देश के अन्य राज्यों में कईं नई ट्रेनें आधार शिविर कटड़ा पहुंचेंगी। वर्तमान में 10 ट्रेनें खाली आ रही हैं उसका मुख्य कारण यात्रा में पारंपरिक रूप से कमी होना है।
यात्रा बढ़ाने के प्रयास जारी : वजीर
कटड़ा होटल व रेस्तरां संघ के प्रधान राकेश वजीर का कहना है कि सितंबर से 15 दिसंबर तक अधिक से अधिक श्रद्धालु आएं इसके लिए संघ विभिन्न राज्यों के पर्यटक संगठनों से बातचीत कर रहा है। उम्मीद है कि परिणाम बेहतर निकलें।
ट्रेवल एसोसिएशन से भी किया जा रहा संपर्क : कटड़ा ट्रेवल एसोसिएशन के चेयरमैन राजेश ने कहा कि अन्य राज्यों की ट्रेवल एसोसिएशन से संपर्क स्थापित कर श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए प्रयास लगातार जारी रखे हुए हैं। एसोसिएशन का साउथ इंडिया से लेकर नॉर्थ ईस्ट में यात्रा का प्रचार प्रसार का प्रयास जारी है।
वर्ष 2018 में दर्शन करने पहुंचे भक्त
- जनवरी में 554945
- फरवरी 343162
- मार्च में 796852
- अप्रैल 728666
- मई 944614
- जून 1161329
- जुलाई 748713
- अगस्त 690646
- सितंबर 680373
- अक्टूबर 799596
- नवंबर 603160
- दिसंबर 543485
- कुल: 8586541
वर्ष 2019 में दर्शन करने पहुंचे भक्त
- जनवरी में 501880
- फरवरी 269739
- मार्च 462369
- अप्रैल 690893
- मई 807125
- जून 1159715
- जुलाई 845071
- अगस्त 602088
- सितंबर 656167
- अक्टूबर 796087
- नवंबर 578619