Amarnath Yatra: पहलगाम हमले का नहीं दिखा डर, 38 दिनों में 4.13 लाख श्रद्धालु ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन
जम्मू-कश्मीर में हर-हर महादेव के जयघोष के साथ इस वर्ष की श्री अमरनाथ यात्रा संपन्न हो गई। महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में साधु-संतों ने सुख-शांति की प्रार्थना की। 38 दिन की यात्रा में 4.12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में माथा टेका। यात्रा तीन जुलाई से शुरू हुई थी। सरकार और सुरक्षाबलों ने कड़े सुरक्षा प्रबंध किए थे।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। हर-हर महादेव के जयघोष और पवित्र छड़ी मुबारक की श्री अमरनाथ गुफा में पूजा-अर्चना के साथ शनिवार को इस वर्ष की श्री अमरेश्वर धाम की यात्रा संपन्न हो गई।
दशनामी अखाड़ा (श्रीनगर) के महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में साधु-संतों ने देश-दुनिया में सुख-शांति और खुशहाली की प्रार्थना की। इस वर्ष की यात्रा किसी चुनौती से कम नहीं थी। 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला हो चुका था। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान युद्ध जैसी स्थिति बन गई थी और इसके बाद श्री अमरनाथ यात्रा शुरू होनी थी।
पहलगाम ही श्री अमरनाथ यात्रा का आधार शिविर भी है। ऐसे में सभी को आशंका थी कि इस बार यात्रा बेहद कम होगी। लेकिन श्रद्धालुओं में भगवान शिव के प्रति अटूट आस्था और बेहतर सुरक्षा व्यवस्था का परिणाम है कि 38 दिन की यात्रा में 4.12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र गुफा में माथा टेका।
पिछले वर्ष यात्रा का आंकड़ा 5.12 लाख था, लेकिन तब यात्रा की अवधि भी 52 दिन की थी। श्री अमरनाथ यात्रा तीन जुलाई से शुरू हुई थी और अपनी शुरुआत से ही श्रद्धालुओं में उत्साह व जोश बरकरार रहा। देश ही नहीं, विदेशी श्रद्धालु भी पवित्र गुफा तक पहुंचे और हर-हर महादेव के जयघोष लगाते नजर आए।
यात्रा के दोनों मार्गों पहलगाम और बालटाल के अलावा जम्मू व श्रीनगर में आधार शिविरों में भी उत्सव सा माहौल रहा। केंद्र सरकार, जम्मू-कश्मीर प्रशासन और सुरक्षाबल की ओर से कड़े सुरक्षा प्रबंध, बेहतर चिकित्सा सेवा, ठहरने के प्रबंध से श्रद्धालु संतुष्ट नजर आए।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा समेत अधिकारियों ने समय-समय पर यात्रा के प्रबंधों का जायजा लिया। श्रद्धालुओं के अनुभव साझा किए। यही कारण था कि सुरक्षा और विश्वास की भावना बढ़ती गई और यात्रा का आंकड़ा चार लाख पार कर गया।
श्रद्धालुओं पर आतंकवाद का डर कहीं नजर नहीं आया। मौसम ने भी साथ दिखा, हालांकि अंतिम दिनों में जरूर वर्षा से परेशानी हुई। यही, कारण था कि यात्रा मार्ग की मरम्मत के चलते तीन अगस्त से श्रद्धालुओं को यात्रा की अनुमति नहीं दी गई।
हांलाकि इस दौरान छड़ी मुबारक पारंपरिक मार्ग पहलगाम से ही पवित्र गुफा तक पहुंची। वहीं, यात्रा के सुरक्षित, सुचारू व सफलतापूर्वक संपन्न होने पर प्रशसन, श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड सहित अन्य विभागों व एजेंसियों ने राहत की सांस ली।
आंकड़े भी बता रहे श्रद्धालुओं में भारी उत्साह
पिछले वर्ष 52 दिन की यात्रा में 5.12 लाख भक्तों ने पवित्र गुफा के दर्शन किए थे। एक दिन में दर्शन करने वालों की औसतन करीब 9,843 श्रद्धालुओं की संख्या बनती है। इस बार 38 दिन में 4.12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने माथा टेका। इस हिसाब से औसतन एक दिन में करीब 10,830 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए हैं। इस हिसाब से इस बार श्रद्धालुओं में अधिक उत्साह दिखा।
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