Jammu-Kashmir में भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत करने पैदल चलकर लखनपुर पहुंचे प्रदेश के वृद्धजन
जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत करने पूरन चंद और मोहम्मद इस्माइल अपने घर से कई किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे। वाहनों की चहल-पहल से भरे पंजाब के पठानकोट की सीमा से सटे लखनपुर एंट्री प्वाइंट को पुलिस ने सील कर दिया है।

लखनपुर, पीटीआई : जम्मू-कश्मीर में गुरुवार को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का स्वागत करने पूरन चंद और मोहम्मद इस्माइल अपने घर से कई किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे। चौबीस घंटों वाहनों की चहल-पहल से भरे पंजाब के पठानकोट की सीमा से सटे लखनपुर एंट्री प्वाइंट को पुलिस ने पूरी तरह से सील कर दिया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जम्मू-कश्मीर में यात्रा का झंडा सौंपने की रस्म को अंतिम रूप दे दिया है। यात्रा के चलते यातायात को अन्य मार्गों से मोड़ दिया गया है।
कार्यक्रम स्थल पर झंडा सौंपने के बाद राहुल गांधी अगले दिन हटली मोड़ से यात्रा शुरू करेंगे। बता दें कि सांबा, जम्मू, उधमपुर, अनंतनाग और पुलवामा को कवर करने के बाद, यात्रा 30 जनवरी को श्रीनगर में पार्टी मुख्यालय में राहुल गांधी द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराने के साथ समाप्त होने वाली है।
राहुल गांधी से मिलने आए वृद्धजन
यात्रा में राहुल गांधी का स्वागत करने पहुंचे 87 वर्षीय पूरन चंद ने कहा, "मैं यहां राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए आया हूं।" चंद ने कहा कि वह राहुल गांधी की एक झलक पाने के लिए अपने आवास से चार किलोमीटर पैदल चले, क्योंकि उन्हें लगता है कि वह "बहुत शानदार काम" कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "आम जनता भाजपा सरकार की नीतियों, बढ़ती कीमतों और कोई काम नहीं होने से तंग आ चुके हैं," उन्होंने यह स्पष्ट किया कि वह कांग्रेस कार्यकर्ता नहीं हैं। उन्होंने बताया कि वह लाल सिंह की डोगरा स्वाभिमान संगठन पार्टी (डीएसएसपी) के समर्थक हैं।
राहुल गांधी से मिले बिना नहीं जाऊंगा
वहीं कट्टर कांग्रेस कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले 85 वर्षीय इस्माइल ने कहा कि वह 2.5 किमी दूर करोदा गांव से यात्रा का हिस्सा बनने आए थे। उन्होंने कहा, "मैं सुबह जल्दी निकल गया था और शाम को राहुल गांधी से मिलने बिना नहीं जाऊंगा।
सुरक्षा की है कड़ी निगरानी
बता दें कि जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने बुधवार को कार्यक्रम स्थल का दौरा किया था और यात्रा के सुचारू संचालन के लिए अंतिम व्यवस्था की समीक्षा के लिए एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता भी की थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कड़ी निगरानी रखने का निर्देश देते नजर आए।
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