फूलों से अगरबत्ती बना स्वावलंबन के साथ दूसरों को संबल भी
जागरण संवाददाता जम्मू एग्री बिजनेस में एमबीए करने वाली पायल शर्मा चाहतीं तो मल्टीनेशनल कंपनी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जम्मू : एग्री बिजनेस में एमबीए करने वाली पायल शर्मा चाहतीं, तो मल्टीनेशनल कंपनी में अच्छी नौकरी पा सकती थीं, लेकिन उन्होंने चुना वो काम जो कि उनकी पढ़ाई से जुड़ा हुआ था। मंदिरों के शहर जम्मू में फूलों की कमी नहीं है। ऐसे में उन्होंने फूलों से अगरबत्ती बनाने का काम शुरू किया। मंदिरों में चढ़ाए जाने फूल को बाद में एकत्र कर पायल सुखा लेती हैं। फिर पीस कर उससे अगरबत्तियां बनाई जाती है। पायल ने वर्ष 2019 में अपना काम शुरू किया था व जेकेएरोमेटिक एंड हर्ब नाम से यूनिट लगा कर अपना ब्रांड तैयार किया। अब अगरबत्ती के साथ वह आर्गेनिक साबुन व दूसरे कई उत्पाद भी तैयार कर रही हैैं। आज वह अपनी छोटी सी यूनिट की मालिक हैं। अपनी यूनिट लगा कर पायल स्वावलंबी बनी ही, अन्य महिलाओं को भी रोजगार देकर उनके लिए संबल बनी हैं। जम्मू-कश्मीर में महिलाओं को उन्होंने रोजगार का नया रास्ता दिखाया। करीब 50 महिलाओं को अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण दिया है। अब यह महिलाएं अपने पैरों पर खड़ा होने का प्रयास कर रही हैं। स्कास्ट के कुलपति प्रो. जेपी शर्मा का मिला मार्गदर्शन
जम्मू के रिहाड़ी क्षेत्र की रहने वाली पायल शर्मा ने बताया कि उनका काम बहुत ही मेहनत का है। पहले मंदिरों से फूल एकत्र करने होते हैं, फिर उसे सुखाना होता है। उसके बाद पीस कर उसे अगरबत्ती में बदला जाता है। अब एक माह में 30 किलो अगरबत्ती बनाई जाती है। चूंकि अभी थोड़ा समय ही हुआ है और यूनिट छोटी है, मगर संतोषजनक कमाई हो रही है। पायल का कहना है कि उनकी उम्मीदें बहुत बड़ी हैं। अपने इस काम को बड़ा करने में वह दिन-रात एक कर रही हैं। हालांकि फूलों की बनी अगरबत्ती फिलिप कार्ड पर उपलब्ध है। किसान मेलों में भी वह स्टाल लगाकर अपने उत्पाद के बारे में बताती हैं। आने वाले समय में वह आनलाइन अपने काम को और ज्यादा फैलाने का मन बना रही हैं। पायल ने कहा कि उनकी यूनिट एक छोटा सा माडल है जो कि दूसरे लोगों को भी प्रेरित कर रहा है। उन्होंने शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर साइंसेज एंड टेक्नोलाजी जम्मू के कुलपति प्रो. जेपी शर्मा का धन्यवाद किया जिनके मार्गदर्शन में उनकी यूनिट प्रगति की राह पर है। पायल का कहना है कि हर महिला को कोई न कोई काम जरूर करना चाहिए। इसी से ही हर महिला के घर खुशी आएगी। पायल के पिता अश्विनी शर्मा अपनी बेटी के जज्बे से बहुत खुश हैं। उनका कहना है कि बेटी जिस तरह से मेहनत कर रही है, उसकी यूनिट बहुत बड़ी बनने वाली है।

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