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    डेयरी फार्म की शान बढ़ा रही साहीवाल गाय

    By JagranEdited By:
    Updated: Sat, 05 Feb 2022 06:00 AM (IST)

    पंजाब की साहीवाल नस्ल की गाय के दूध की गुणवत्ता से प्रभावित होकर जम्मू संभाग के किसान भी साहीवाल नस्ल की गाय पालने लगे हैं। अब संभाग में खुले डेयरी फार्म की इस नस्ल की गाय शान बढ़ा रही है और किसानों की मोटी कमाई भी हो रही है।

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    डेयरी फार्म की शान बढ़ा रही साहीवाल गाय

    जागरण संवाददाता, जम्मू : पंजाब की साहीवाल नस्ल की गाय के दूध की गुणवत्ता से प्रभावित होकर जम्मू संभाग के किसान भी साहीवाल नस्ल की गाय पालने लगे हैं। अब संभाग में खुले डेयरी फार्म की इस नस्ल की गाय शान बढ़ा रही है और किसानों की मोटी कमाई भी हो रही है। इतना ही नहीं, इस नस्ल की गाय के अलग से डेयरी फार्म खुलने लगे हैं। साहीवाल नस्ल की गाय के दूध की गुणवत्ता को देखते हुए इसकी मांग तेज होने लगी है। किसी जमाने में साहीवाल नस्ल की गाय सिर्फ पंजाब में ही पाली जाती थी, लेकिन समय के साथ और इस गाय की दूध की गुणवत्ता को देखते हुए अब पूरे में किसान इस नस्ल की गाय पाल रहे हैं। लाल रंग की यह गाय देखने में भी बहुत प्यारी लगती है। डाक्टरों की मानें तो इस नस्ल की गाय का दूध काफी स्वास्थ्य वर्धक होता है और कोई बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। इस नस्ल की गाय का दूध अन्य नस्लों की तुलना में महंगा भी बिकता है।

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    दूध में है भरपूर फैट

    साहीवाल नस्ल की गाय का दूध अन्य गायों से कहीं ज्यादा उत्तम होता है। सबसे अच्छी बात यह है कि इस गाय के दूध में चार से पांच प्रतिशत फैट होता है जबकि अन्य गायों के दूध में 2.5 से 3.5 प्रतिशत ही होता है। साहीवाल नस्ल का दूध ए 2 श्रेणी में आता है, जो इंसान की सेहत के लिए उत्तम माना गया है। खासकर बच्चों के लिए यह दूध बहुत अच्छा होता है। साहीवाल नस्ल की गाय पर कम बीमारियों का हमला होता है। खासकर रक्त से जुड़ी बीमारियां कम लगती हैं। थनेला बीमारी भी इस नस्ल को कम होती है। यही वजह है कि अब किसानों का रुझान इस नस्ल की तरफ हुआ है।

    गायों की प्रजाति में साहीवाल नस्ल उत्तम : डा. निलेश शाम

    शेर-ए-कश्मीर यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी के पशु चिकित्सक डा. निलेश शर्मा के अनुसार, गायों की प्रजाति में साहीवाल नस्ल उत्तम है और मौजूदा समय में केंद्र सरकार इस नस्ल की गाय को बढ़ावा दे रही है। मैं किसानों से भी कहूंगा कि साहीवाल नस्ल की गाय को ही पाले, यह किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगी।

    100 रुपये प्रति किलो बिकता है दूध

    साहीवाल नस्ल की गाय प्रतिदिन छह से 20 किलोग्राम ही दूध देती है, लेकिन इसके बावजूद किसानों को मोटा मुनाफा होता है, क्योंकि इस नस्ल की गाय के दूध की अधिक मांग होने के कारण अन्य नस्लों की तुलना में काफी महंगा बिकता है। इस नस्ल की गाय का दूध 100 रुपये प्रति किलो तक बिक जाता है। सांबा जिले में दिनकर कौशल के साहीवाल डेयरी फार्म पर 100 रुपये प्रति किलो दूध बिक रहा है। दिनकर कौशल के साहीवाल डेयरी फार्म से प्रेरित होकर क्षेत्र के अन्य किसान भी अपने पशु बाड़े में साहीवाल नस्ल की गायों को जगह देने लगे हैं।

    गुणवत्ता से भरपूर होता है दूध

    साहीवाल नस्ल की गाय पालने वाले

    सौहांजनां के किसान कुलभूषण खजुरिया के अनुसार, अन्य नस्लों की गायों की तुलना में साहीवाल नस्ल की गाय दूध कम देती है, लेकिन इस नस्ल की गाय के दूध की मांग अधिक है। यह स्वाद में भी बढि़या है और गुणवत्ता से भरपूर है। वहीं किसान कुलदीप राज का कहना है कि कुछ लोगों के पास इस नस्ल की गाय है, लेकिन अब समय ही बदल रहा है। इसी नस्ल की गाय के अलग से फार्म खुल रहे हैं।