Jammu News: आरएसपुरा बना गंदगी का अड्डा, डेंगू व अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ा; नगर पालिका पर उठ रहे सवाल
आरएसपुरा में कचरे के ढेर लगने से स्थानीय लोग परेशान हैं। नगर पालिका कचरा एकत्र तो करती है पर सही से निपटान नहीं करती जिससे गंदगी और बदबू फैल रही है। सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पालिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं और बीमारियों के फैलने का खतरा जताया है। पालिका अधिकारी ने वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही है।

संवाद सहयोगी, आरएसपुरा। कस्बे के विभिन्न इलाकों में गंदगी के बड़े-बड़े ढेर अब स्थानीय लोगों के लिए अभिशाप बनते जा रहे हैं। नगर पालिका आरएसपुरा कस्बे की 13 वार्डों से कूड़ा-कचरा इकट्ठा तो करती है, लेकिन उसे सही ढंग से निस्तारित करने की व्यवस्था न होने के कारण कई जगहों पर ही छोड़ देती है।
नतीजा यह है कि महात्मा गांधी पार्क से लेकर मिल एरिया मिडिल स्कूल, वार्ड नंबर 10, 12, 13 और आरएसपुरा–सुचितगढ़ मुख्य मार्ग तक जगह-जगह कूड़े के अंबार लगे हुए हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि इन कूड़े के ढेरों से जहां लगातार बदबू उठ रही है, वहीं मच्छरों और मक्खियों की भरमार हो गई है। दुकानदारों और राहगीरों को रोजाना भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई घरों के आसपास गंदगी जमा होने से छोटे बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता रमेश कुमार ने नगर पालिका की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह लापरवाही पूरे कस्बे को बीमारियों की ओर धकेल रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते सफाई व्यवस्था नहीं सुधारी गई तो हालात बेकाबू हो सकते हैं। एसडीएच सदर बाज़ार एसोसिएशन आरएसपुरा के प्रधान प्रदीप शर्मा ने भी चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि बाजार और आवासीय इलाकों के पास लगे गंदगी के ढेर से लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ रहा है। गंदगी के ढेरों से बदबू और कीड़े-मकौड़े फैल रहे हैं। हाल ही में हुई बारिश के बाद यह गंदगी नमी के साथ सड़ने लगी है, जिससे बीमारियों के पनपने का खतरा कई गुना बढ़ गया है। छोटे बच्चे और बुजुर्ग सबसे अधिक खतरे में हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ डॉ. साहिल शर्मा ने भी चेतावनी दी कि गंदगी के ढेर मच्छरों के प्रजनन स्थल बन जाते हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे हालात में डेंगू, मलेरिया और हैजा जैसी बीमारियां तेजी से फैल सकती हैं। हर साल बरसात के मौसम में डेंगू के मामले बढ़ते हैं और अगर गंदगी पर काबू नहीं पाया गया तो इस बार हालात और खराब हो सकते हैं।”
नगर पालिका के कार्यकारी अधिकारी साहिल अंग्रल ने अपनी सफाई में कहा कि पहले यह कूड़ा बड़याल ब्राह्मण तवी के किनारे डाला जाता था, लेकिन बाढ़ के कारण मार्ग टूट जाने से गाड़ियां वहां तक नहीं पहुंच पा रही हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि पालिका ने अब वैकल्पिक व्यवस्था कर ली है और शनिवार शाम या रविवार सुबह तक सभी गंदगी के ढेर उठा लिए जाएंगे।
फिलहाल, स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पालिका और प्रशासन की अनदेखी कस्बे को महामारी की ओर धकेल रही है। लोग मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द ठोस और स्थायी समाधान निकाला जाए, ताकि आरएसपुरा को गंदगी से निजात मिल सके और बीमारियों के खतरे से बचाया जा सके।
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