रोहिंग्याओं से मिली 29 लाख की नकदी, चार हिरासत में
पुलिस ने शहर के नरवाल क्षेत्र में रोहिंग्या बस्ती से करीब 29 लाख रुपये की नकदी बरामद कर तीन महिलाओं समेत चार लोगों को हिरासत में ले लिया।
जम्मू, जागरण संवाददाता। छन्नी हिम्मत पुलिस ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए शहर के नरवाल क्षेत्र में रोहिंग्या बस्ती से करीब 29 लाख रुपये की नकदी बरामद कर तीन महिलाओं समेत चार लोगों को हिरासत में ले लिया। मामले के दो मुख्य आरोपित अभी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़े हैं।
पुलिस को संदेह है कि इतनी बड़ी राशि रोहिंग्याओं को आतंकी संगठनों ने दी होगी, ताकि इनका प्रयोग ओवर ग्राउंड वर्कस के तौर पर किया जा सके। हाव भाव से श्रमिक दिखने वाले रोहिंग्याओं से कड़ी पूछताछ की जा रही है।
इनकी पहचान शाकर कमाल पुत्र अबू फ्याज, उसकी पत्नी अनवारा बेगम, नूर कालिमा पत्नी मुमताज तथा आशिया पत्नी जलील अहमद के रूप में हुई है, जो इस समय सुंजवा व करेनी तालाब (नरवाल) में रह रहे हैं।
एसएसपी जम्मू विवेक गुप्ता का कहना है कि रोहिंग्याओं से बरामद नकदी के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। कुछ लोग फरार हैं, उनके पकड़े जाने के बाद ही मामला हल हो पाएगा।छन्नी हिम्मत पुलिस को पुख्ता सूचना मिली थी की सुंजवां इलाके में रहने वाले रो¨हग्या परिवार के पास लाखों की नकदी है।
इस सूचना के आधार पर पुलिस ने वहां दबिश दी। इस दौरान पुलिस ने वहां से लाखों की नकदी बरामद कर झुग्गी में मौजूद दो लोगों को दबोच लिया। दोनों से जब पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि नरवाल के करेनी तालाब में रहने वाले उनके रिश्तेदार के पास भी काफी नकदी पड़ी हुई है। पुलिस ने करेनी तालाब में भी दबिश दी और दो लोगों को पकड़ लिया।
रोहिंग्या झुग्गियों के पास बनी है सैन्य छावनी :
नरवाल तथा सुंजवां इलाके में सैन्य छावनी भी है। कुछ माह पूर्व सुंजवां सैन्य शिविर पर आतंकी हमला भी हो चुका है। उस समय भी जांच में सामने आया था कि सैन्य शिविर में हमला करने आए आतंकी रोहिंग्याओं बस्ती में ही छिपे थे। अब रोहिंग्याओं बस्ती में रहने वाले लोगों से इतनी अधिक नकदी मिलने से इस बात को बल मिल रहा है कि ये लोग आतंकियों के मददगार हो सकते हैं। सेना ने भी सैन्य क्षेत्र से रोहिंग्याओं को बाहर करने की जिला प्रशासन से मांग की थी। रोहिंग्या की मौजूदगी सेना के लिए खतरा बन सकती है।
रोहिंग्या पर मानव तथा मादक तस्करी के भी दर्ज हैं मामले :
नरवाल पुलिस चौकी में पिछले छह माह में रोहिंग्याओं पर युवतियों की खरीद फरोख्त के दो मामले दर्ज हो चुके हैं। जम्मू में रह रहे रोहिंग्या म्यांमार से युवतियों को काम दिलवाने के बहाने जम्मू लेकर आते हैं और यहां उन्हें बेच देते हैं। इसके अलावा त्रिकुटा नगर तथा छन्नी हिम्मत पुलिस ने भी कई रोहिंग्या को मादक तस्करी के आरोप में पकड़ा है।