जम्मू घराना वेटलैंड में 'रेड-नेप्ड आइबिस' से बढ़ी रौनक, बढ़ रही पक्षी प्रेमियों की संख्या
जम्मू के घराना वेटलैंड में रेड-नेप्ड आइबिस पक्षियों का सुंदर दृश्य पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। इन पक्षियों की बड़ी संख्या में उपस्थिति ने वेटलैंड की प्राकृतिक सुंदरता को बढ़ाया है। यह क्षेत्र पक्षी प्रेमियों और पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है, जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिल रहा है।

जम्मू के सीमांत क्षेत्र में प्रवासी पक्षियों की रौनक बढ़ गई है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। जम्मू के प्रसिद्ध घराना वेटलैंड में इन दिनों प्रवासी पक्षियों की रौनक बनने लगी है। खासकर रेड-नेप्ड आइबिस पक्षियों के नजारे पक्षी प्रेमियों को भा रहे हैं।
सीमांत क्षेत्र में स्थित इस वेटलैंड पर पक्षियों के बैठने के लिए कई पार्चिंग टावर स्थापित किए गए हैं। हालांकि वहां पर अन्य प्रवासी पक्षी नहीं बैठते लेकिन लंबे कद वाले रेड-नेप्ड आइबिस वहां बैठकर पूरे वेटलैंड का नजारा ले रहे हैं।
रेड-नेप्ड आइबिस पक्षियों की संख्या 25-30
इनकी संख्या 25 से 30 है और यह पूरे सीमांत क्षेत्र की ऊंचाइयों में घूमते हैं और कई बार सीमा पार पाकिस्तान भी चले जाते हैं। मगर दिन के समय इन पक्षियों की पसंदीदा जगह इस ओर यही पार्चिंग टावर है। इन टावरों पर बैठकर यह प्रवासी पक्षी आराम फरमाते हैं और वेटलैंड में हो रही हलचल पर भी अपनी नजर गड़ाए रखते हैं।
बड़े कद वाले भूरे काले इन पक्षियों की लंबी चोंच होती है और वही सर पर लाल रंग का निशान होता है, जो दूसरे ही इनकी पहचान करवा देता है। आकाश में उड़ रहे चील, बाज जब वेटलैंड पर पक्षियों के शिकार के लिए शिकार झपटते हैं तो रेड-नेप्ड आइबिस का झुंड शोर मचाकर दूसरे पक्षियों को सचेत करता है।
पानी से मछली, कीट आदि पकड़ कर अपना आहार बनाने वाले यह पक्षी कुछ वर्षों से ही घराना वेटलैंड के आसपास के क्षेत्र में देखे जा रहे हैं। हर वर्ष सर्दियों में इनका आगमन होता है। कई बार तो इन पक्षियों को तवी और चुनाव नदी के किनारे भी देखा गया है।
रेड-नेप्ड आइबिस का जम्मू वेटलैंड आना बड़ी बात
देखने में यह पक्षी एकदम अद्भुत लगते हैं और लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। पक्षियों पर अध्ययन करने वाली छात्रा वंशिका ने बताया कि रेड-नेप्ड आइबिस का जम्मू के वेटलैंड पर आना बड़ी बात है। इनका छोटा सा परिवार कुछ वर्षों से यहां पर सर्दियों में दिख रहा है।
आने वाले समय में इन पक्षियों में और बढ़ोतरी हो सकती है। यह पक्षी हजारों मील दूरी से संभवतया साइबेरिया की तरफ से यहां आते हैं। जम्मू की सीमांत भूमि में इन पक्षियों के आहार के लिए काफी कुछ मौजूद रहता है।
वही घराना वेटलैंड पर आने वाले प्रवासी पक्षियों को देखते हुए वन्यजीव सैमसंग विभाग भी सक्रिय हो गया है। आने वाले प्रवासी पक्षियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। नवंबर मध्य तक जहां पर प्रवासी पक्षियों की अच्छी संख्या देखने को मिलेगी और तब तक सरपट्टी सवन पक्षी भी यहां पहुंच जाएंगे, जिसके लिए लोगों को बेसब्री से इंतजार होता है।

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