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    Ramban Disaster: रामबन में RSS का सेवाभाव, आपदा पीड़ितों के आंसू पोंछ रहे वॉलियंटर्स; सैकड़ों परिवारों को मदद

    रामबन में प्राकृतिक आपदा से मची तबाही के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के स्वयंसेवक पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हैं। वे प्रभावित क्षेत्रों में आश्रय भोजन और पानी उपलब्ध करा रहे हैं साथ ही लोगों को हौसला भी दे रहे हैं। आरएसएस कार्यकर्ता पीड़ितों के आंसू पोंछ रहे हैं और उन्हें इस संकट से उबरने में हर संभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।

    By guldev raj Edited By: Prince Sharma Updated: Tue, 22 Apr 2025 03:19 PM (IST)
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    पीड़ितों के आंसू पोंछ रहे स्वयंसेवक, मदद के लिए बढ़ रहे हाथ

    जागरण संवाददाता, जम्मू। रामबन में आई प्राकृतिक आपदा ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया है। किसी का आशियाना उजड़ गया और किसी का सबकुछ लुट गया। इस संकट की बेला में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के कार्यकर्ता प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच न केवल पीड़ितों के आंसू पोंछ रहे बल्कि उनके साथ कंधा से कंधा मिलाकर इस आपदा से निपटने के लिए खड़े हैं।

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    रविवार तड़के रामबन में वर्षा और भूस्खलन ने तबाही मचाई और सैकड़ों परिवारों को लगा उनका सबकुछ उजड़ गया। ऐसे में आरएसएस के स्वयंसेवक तुरंत पीड़ित परिवारों के बीच पहुंच गए।

    सबसे पहले पीड़ितों के आश्रय की व्यवस्था करवाने में सहयोग किया और उनके लिए राशन व अन्य व्यवस्था में जुट गए। वर्षा अभी थमी नहीं थी कि स्वयंसेवकों ने अपना अभियान आरंभ कर दिया था।

    लोगों को उपलब्ध करा रहे साफ पानी और भोजन

    एक परिवार के सदस्य ने बताया कि तबाही का मंजर थोड़ा थमा ही था कि स्वयंसेवकों ने सबसे पहले घर का बचा-खुचा सामान सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में सहयोग करना आरंभ कर दिया। उसके बाद पीड़ितों के लिए भोजन, साफ पानी व अन्य व्यवस्था करने की चुनौती थी।

    वहां कार्यरत स्वयंसेवक ने बताया कि लक्ष्य आसान नहीं था। तबाही का मंजर बड़ा था पर हमें यहां लोगों को हौसला बढ़ाना था ताकि वह भी स्वयं हमारे साथ जुट जाएं और अपनी मदद आप करें। स्वयंसेव भी कोई कुदाल चला रहा था और कोई पीड़ित परिवारों को ढाढ़स बंध रहा था।

    लोगों का साथ मिला और काफी लोग अपने घरों से आवश्यक सामान बचाने में जुट गए। संघ के स्वयंसेवक के नाते हमारा यह कर्तव्य है कि लोगों को प्रेरित भी करते रहें। स्वयंसेवक दिनरात इन परिवारों के साथ जुटे हैं और राहत कार्य जारी रहने तक वह यहीं डटे रहेंगे।

    दर्जनों परिवार हो गए बेघर

    यहां पर कई घरों और दुकानों को नुकसान हुआ है। दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त होने से कई परिवार बेघर हो गए हैं। ऐसे में चपेट में आए घरों से सामान बाहर निकालने और लोगों को सुरक्षित स्थलों पर पहुंचाना पहला दायित्व है। साथ ही पीड़ित परिवारों के लिए राशन की व्यवस्था के लिए वहीं चूल्हे बनाकर लोगों को राहत देने का प्रयास किया जा रहा है।

    आरएसएस के प्रांत संघचालक डॉ. गौतम मैंगी ने बताया कि क्षेत्र की संघ की इकाई इस समय सेवाकार्य में जुटी है। उसने लंगर भी लगाया है। क्षेत्र के आरएसएस प्रभारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

    जब भी देश में कहीं कोई आपदा या संकट आता है, तो आरएसएस कार्यकर्ता लोगों की मदद के लिए डट जाते हैं। अगर आवश्यकता पड़ी तो और अधिक स्वयंसेवकों को राहत कार्य में उतार दिया जाएगा।