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    जम्मू-कश्मीर: 24 साल बाद खुला राजौरी का प्राथमिक विद्यालय, छात्रों में खुशी की लहर

    Updated: Sat, 01 Nov 2025 03:14 PM (IST)

    राजौरी में 24 साल से बंद प्राथमिक विद्यालय तरण फिर खुला। मुख्य शिक्षा अधिकारी ने निरीक्षण कर व्यवस्था बहाल की। भूमि विवाद के कारण विद्यालय बंद था, छात्र किराए के कमरे में पढ़ रहे थे। वायरल वीडियो के बाद प्रशासन ने कार्रवाई की। अब छात्रों को बेहतर वातावरण में शिक्षा मिलेगी।

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    File Photo

    जागरण संवाददाता, राजौरी।24 वर्ष से बंद पड़ा प्राथमिक विद्यालय तरण केवल जोन कोटरांका आखिरकार खुल गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी मुहम्मद हफीज ने शुक्रवार को स्वयं विद्यालय का दौरा कर मौके पर स्थिति का जायजा लिया और शिक्षा व्यवस्था बहाल करने के निर्देश दिए हैं। सीईओ ने बताया कि यह विद्यालय वर्ष 2000 से बंद पड़ा था, क्योंकि जिस जमीन पर यह भवन बना है, उसे भूमि मालिक ने कब्जे में लेकर ताला लगा दिया था।

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    इस कारण बच्चों को मजबूरन किराए के एक छोटे से कमरे में पढ़ाया जा रहा था। जहां 48 छात्र एक ही कमरे में ठुसे हुए शिक्षा प्राप्त कर रहे थे। सीइओ मुहम्मद हफीज ने कहा यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति थी कि बच्चों का भविष्य इतने वर्षों से दांव पर लगा रहा, पर अब उन्हें बेहतर वातावरण में शिक्षा मिलेगी। कल से बच्चे अपने मूल स्कूल भवन में ही पढ़ाई करेंगे।

    उन्होंने यह भी कहा कि विभाग की प्राथमिकता है कि किसी भी विद्यालय को भूमि विवाद या लापरवाही की वजह से बंद न रहना पड़े। हमने इस प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है। जिला प्रशासन को भी अवगत कराया गया है, ताकि भविष्य में इस तरह की समस्या दोबारा उत्पन्न न हो। विद्यालय की जर्जर स्थिति और शिक्षा विभाग की लापरवाही को लेकर हाल ही में एक वीडियो इनटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसे लेकर वरिष्ठ पीडीपी नेता फारूक इंकलाबी ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।

    वीडियो में यह दिखाया गया था कि विद्यालय की इमारत कबाड़ घर बन चुकी है। छात्र किराए के कमरे में पढ़ने को मजबूर हैं। अब मुख्य शिक्षा अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद वर्षों से बंद पड़े इस विद्यालय में फिर से खोला गया।

    वहीं स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों में भी खुशी देखने को मिल रही है। क्योंकि विद्यार्थियों को अब बेहतर वातावरण में शिक्षा मिलेगी। तीसरी कक्षा के विद्यार्थी अदनान अहमद ने बताया कि हम लोग किराए के छोटे से कमरे में पढ़ाई कर रहे है। एक ही कमरे में सभी कक्षाओं के विद्यार्थियों को बिठाया जाता है।