Updated: Mon, 02 Jun 2025 03:17 PM (IST)
कीर पिंड से मीरां साहिब जाने वाली सड़क खस्ताहाल है। ग्रामीणों ने सड़क की खराब हालत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। उन्होंने सरकार पर घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग करने का आरोप लगाया और सड़क की मरम्मत की मांग की। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि सड़क की मरम्मत नहीं की गई तो वे आगे और भी विरोध प्रदर्शन करेंगे।
संवाद सहयोगी, मीरां साहिब। कीर पिंड गांव से मीरां साहिब तक जाने वाली सड़क की हालत बिल्कुल खस्ता हो गई है। कई बार इसके लिए आवाज उठाने पर भी जब कोई कदम नहीं उठाया गया तो महेशिया गांव के लोग रविवार को सड़क पर उतर गए।
विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें
उन्होंने सड़क पर खड़े होकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीण कुलदीप राज, बिशन दास, रमेश कुमार अशोक कुमार आदि ने बताया कि यह सड़क प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत बनाई गई थी। तीन साल पहले इस पर तारकोल डाला गया था, लेकिन उसकी गुणवत्ता सही नहीं होने से कुछ ही माह में सड़क से तारकोल पूरी तरह उखड़ गया।
आज हालत यह है कि मार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं और तारकोल जगह-जगह से उखड़ गया है। इससे मार्ग से गुजरने वाले हर व्यक्ति को परेशानी का सामना करना पड़ता है। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने कहा कि सरकार ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को चाहे बेहतर सड़क सुविधा देने के दावे करती है लेकिन जमीनी स्तर पर किस तरह का काम हो रहा है, इसे मौके पर नहीं देखा जाता।
उन्होंने कहा कि सड़क बनाने वाले ठेकेदार ने घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया था, जिसकी वजह से सड़क खस्ताहाल हो गई है। इसकी वजह से ही तारकोल जल्द उखड़ जाता है। ग्रामीणों ने कहा कि सरकार को इसकी जांच करवाकर जिस ठेकेदार ने काम करवाया है, उसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
ग्रामीणों ने कहा कि हर रोज उक्त मार्ग पर एक दर्जन गांवों के लोग गुजर कर अपने-अपने गंतव्य की ओर जाते हैं, लेकिन हर किसी को परेशानी उठानी पड़ती। लोगों ने कहा कि बरसात से पहले पहले मार्ग पर तारकोल डालकर इसे पक्का बनाया जाए। अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो आने वाले दिनों में ग्रामीण सड़क पर उतरकर बड़ा विरोध प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।