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जम्मू कश्मीर व लद्दाख के युवाओं के लिए प्रधानमंत्री विशेष स्कॉलरशिप योजना वरदान, बेसब्री से कर रहे हैं इंतजार

मई के मध्य में स्कॉलरशिप योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो जाएंगे। 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले और पिछले साल 12वीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थी योजना में आवेदन कर पाएंगे। इसके लिए जम्मू कश्मीर का डाेमिसाइल प्रमाणपत्र होना जरूरी है।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Thu, 29 Apr 2021 05:47 PM (IST)Updated: Thu, 29 Apr 2021 05:47 PM (IST)
प्रधानमंत्री विशेष स्कॉलरशिप याेजना को साल 2011 में शुरू किया था।

जम्मू, राज्य ब्यूरो।कोरोना की चुनौती के बीच जम्मू कश्मीर और लद्दाख के युवाओं को बेसब्री से प्रधानमंत्री विशेष स्कॉलरशिप का इंतजार है। मई के मध्य में स्कॉलरशिप योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू हो जाएंगे। 12वीं कक्षा की परीक्षा देने वाले और पिछले साल 12वीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थी योजना में आवेदन कर पाएंगे। इसके लिए जम्मू कश्मीर का डाेमिसाइल प्रमाणपत्र होना जरूरी है। देश के विभिन्न हिस्सों में सरकारी और प्राइवेट प्रोफेशनल कॉलेजों में विद्यार्थियों को निशुल्क पढ़ने का मौका मिलता है। शिक्षा विभाग ने प्रधानमंत्री विशेष स्कॉलरशिप योजना के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करना शुरू कर दिया है।

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प्रधानमंत्री विशेष स्कॉलरशिप याेजना को साल 2011 में शुरू किया था। इसके लिए इस समय करीब पांच हजार सीटें है। आल इंडिया काउंसिल फार टेक्नीकल एजूकेशन हर साल जम्मू कश्मीर के उच्च शिक्षा विभाग के साथ मिलकर स्कॉलरशिप को प्रभावी तरीके से लागू करता है। विद्यार्थियों को इंजीनियरिंग से लेकर एमबीबीएस, बीडीएस, होटल मैनेजमेंट समेत विभिन्न कोर्स देश के प्रतिष्ठित सरकारी व प्राइवेट कॉलेजों में करने का मौका मिलता है। यह योजना जम्मू कश्मीर और लद्दाख के युवाओं के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। योजना के तहत सामान्य कोर्स करने वाले विद्यार्थियों के लिए 30 हजार प्रति वर्ष, इंजीनियरिंग कोर्स के लिए 1.25 लाख सालाना और मेडिकल व डेंटल कोर्स के लिए 3 लाख तक की स्कॉलरशिप प्रति विद्यार्थी दिए जाते है। इसके अलावा हर विद्यार्थी को एक लाख रुपये प्रति वर्ष अन्य चार्ज के लिए मिलते है। जो विद्यार्थी अपने बलबूते पर आइआइटी, नीट, मेडीकल कॉलेज, डेंटल कॉलेज या केंद्रीय विवि में दाखिला लेते हैं तो वो भी स्कॉलरशिप के हकदार होते हैं। हॉस्टल फीस, पुस्तकें, स्टेशनरी व अन्य चार्ज को सीधे ही विद्यार्थियों के खाते में डाला जाता है।

स्कूल शिक्षा विभाग जम्मू कश्मीर ने योजना के प्रति विद्यार्थियों को जागरूक करने का अभियान शुरू कर दिया है। इसके लिए आन लाइन एक कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें योजना के सलाहकार प्रो. अजीत अंगराल ने विद्यार्थियों को योजना के बारे में विस्तार से बताया है। योजना का फायदा अधिक से अधिक विद्यार्थी उठाना चाहते है। 12वीं की परीक्षा देने के लिए तैयार छात्र आर्यन ने कहा कि वह इस योजना के तहत किसी प्रतिष्ठित कॉलेजे में इंजीनियरिंग करना चाहता है इसलिए कोशिश कर रहा है कि बारहवीं कक्षा में बेहतर अंक आ जाएं।

छात्रा मेघा वर्मा का कहना है कि योजना के बारे में उसे पता लगा है। मेधावी विद्यार्थियों के लिए यह योजना बहुत अच्छी है। वह भी योजना में आवेदन करने के लिए तैयार है।बताते चले कि योजना के प्रति युवाओं की रूचि बढ़ने से जम्मू कश्मीर के विद्यार्थियों का रुझान जम्मू कश्मीर के इंजीनियरिंग व अन्य प्रोफेशनल कॉलेजों में दाखिले को लेकर कम हो रही है। इस समय बोर्ड आफ प्रोफेशनलएंट्रेंस एग्जामिनेशन ने अपने कामन एंट्रेंस टेस्ट के लिए आवेदन मांगे है। विद्यार्थियों का उत्साह कम ही नजर आ रहा है इसलिए बोर्ड को अंतिम तिथि बार बार बढ़ानी पड़ रही है।  


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