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    कोरोना के बाद बाबा अमरनाथ यात्रा के चढ़ावे में सौ गुणा वृद्धि, खजाने में आए 9 करोड़ 75 लाख रुपये

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 11:46 PM (IST)

    कोरोना के बाद अमरनाथ यात्रा सुचारू होने पर नकद चढ़ावे में 100 गुना वृद्धि हुई है। आरटीआई से पता चला कि 2020-21 में चढ़ावा 9.23 लाख था जो 2025-26 में 9.75 करोड़ हो गया। 2022 में 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। ऑनलाइन दान और पंजीकरण शुल्क में भी वृद्धि हुई है। श्राइन बोर्ड ने कीमती वस्तुओं की जानकारी नहीं दी है।

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    कोरोना पाबंदियां हटने के बाद बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए चढ़ावे में हुई एक सौ गुणा वृद्धि। फाइल फोटो

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। कोरोना के बाद बाबा अमरनाथ यात्रा के सुचारु रूप से चलने के बाद बाबा अमरनाथ यात्रा के नकद चढ़ावे में एक सौ गुणा वृद्धि हुई है। दक्षिण कश्मीर हिमालय की 3,880 मीटर ऊंची अमरनाथ गुफा में तीर्थ यात्रियों द्वारा किए गए नकद चढ़ावे में कोरोना के पाबंदियां हटने के बाद 100 गुना वृद्धि दर्ज की गई है।

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    यह जानकारी जम्मू स्थित सामाजिक कार्यकर्ता रमन कुमार शर्मा की आरटीआई के जवाब में श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड की तरफ से उपलब्ध करवाई गई है। श्राइन बोर्ड के अनुसार वित्त वर्ष 2020-21 में केवल 9.23 लाख का नकद चढ़ावा प्राप्त हुआ था, जबकि 2025-26 में यह आंकड़ा 9.75 करोड़ तक पहुंच गया।

    यह वृद्धि तीर्थ यात्रा के फिर से शुरू होने और तीर्थ यात्रियों की बढ़ती संख्या का संकेत देती है। साल 2021-22 के दौरान नकद चढ़ावा 9.23 करोड़ व साल 2024-25 में यह चढ़ावा 9.75 करोड़ रुपये था। साल 2020 व 2021 में कोरोना के कारण बाबा अमरनाथ यात्रा स्थगित रही थी।

    साल 2022 में तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा अमरनाथ की पवित्र गुफा के दर्शन किए थे। साल 2023 में 4.5 लाख, साल 2024 में 5.1 लाख व इस साल 4.1 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किए थे। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के मुख्य अकाउंट अधिकारी साल 2020-21 में 9.23 लाख, 2021-22 में 12.29 लाख, साल 2022-23 में 9.14 करोड़, साल 2023-24 में 11.16 करोड़, साल 2024-25 में 11.59 करोड़, साल 2025-26 में 9.75 करोड़ चढ़ावा हासिल हुआ।

    वहीं ऑनलाइन दान में बढ़ोतरी हुई जिसमें साल 2020-21 में 77.09 लाख, साल 2021-22 में 1.46 करोड़, साल 2022-23: 2.39 करोड़, साल 2023-24 में 1.55 करोड़, साल 2024-25 में 1.89 करोड़, साल 2025-26 में 80.64 लाख शामिल हैं।

    पंजीकरण शुल्क में भी कई गुना बढ़ोतरी जिसमें साल 2020-21 और 2021-22 में 0.12 लाख, साल 2022-23 में 4 करोड़, साल 2023-24 में 5.56 करोड़, साल 2024-25 में 5.35 करोड़, साल 2025-26 में 7.71 करोड़ प्राप्त हुए।

    अधिकारियों का कहना है कि कोरोना प्रतिबंधों के हटने, सुविधाओं में सुधार, और पंजीकृत श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के चलते यह अभूतपूर्व वृद्धि देखी गई है। हालांकि, श्राइन बोर्ड ने सोना, चांदी, जेवरात और अन्य कीमती वस्तुओं के संबंध में कोई विवरण नहीं दिया और इन्हें उपलब्ध नहीं कहा गया।