Poonch Terror Attack: पुंछ हमले की इनसाइड स्टोरी, PAFF जम्मू-कश्मीर में दे चुका 40 आतंकी वारदातों को अंजाम
पीएएफएफ को द रजिस्टेंस फ्रंट जिसे टीआरएफ कहते हैं। टीआरएफ की तर्ज पर ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के सरगनाओं के साथ मिलकर खड़ा किया है लेकिन यह संगठन टीआरएफ से ज्यादा खतरनाक है।

जम्मू, जागरण संवाददाता। पुंछ में आतंकी हमला ऐसे समय में हुआ है, जब सभी सुरक्षा एजेंसियां अगले माह कश्मीर में प्रस्तावित जी-20 बैठक को शांत, सुरक्षित एवं विश्वासपूर्ण माहौल में कराने की तैयारियों में जुटी हुई हैं। हमले की जिम्मेदारी लेने वाले आतंकी संगठन पीपुल्स एंटी फासिस्ट फ्रंट (पीएएफएफ) के नेटवर्क को तबाह करने की एजेंसियों ने तैयारी कर ली है।
पीएएएफ उन आतंकी संगठनों में एक है जो पुलवामा हमले के बाद वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में की एयरस्ट्राइक के बाद उपजे हालात में कश्मीर में सक्रिय हुआ है। यह संगठन वर्ष 2020 से अब तक करीब 40 छोटी-बड़ी वारदातों को अंजाम दे चुका है। यह जम्मू कश्मीर में इजरायल द्वारा कृषि क्षेत्र से संबंधित दो उत्कृष्ट केंद्र स्थापित करने, घाटी में कश्मीरी हिंदुओं की वापसी का विरोध करते हुए धमकी भरे वीडियो भी जारी कर चुका है।
पीएएफएफ को द रजिस्टेंस फ्रंट जिसे टीआरएफ कहते हैं। टीआरएफ की तर्ज पर ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठनों के सरगनाओं के साथ मिलकर खड़ा किया है, लेकिन यह संगठन टीआरएफ से ज्यादा खतरनाक है। टीआरएफ के आतंकी जहां टारगेट किलिंग को अंजाम देने में या फिर ग्रेनेड हमलों तक खुद को सीमित रखते हैं, वहीं पीएएपएफ के आतंकी आम नागरिकों को निशाना बनाने से लेकर सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला करने से भी पीछे नहीं हटते।
यह जैश-ए-मोहम्मद, तहरीकुल मुजाहिदीन और अल-बदर जैसे आतंकी संगठनों के चुनिंदा काडर को शामिल कर तैयार किया संगठन है। इसमें हिजबुल मुजाहिद्दीन के कुछ आतंकी शामिल हैं। इस संगठन को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ने स्टेयर एयूजी जैसी अत्याधुनिक एसाल्ट राइफल प्रदान कर रखी है। इसके आतंकी बाडीकैम से लैस रहते हैं। वह इंटरनेट मीडिया पर जब कभी अपने वीडियो या तस्वीरें जारी करते हैं तो खुद को उनमें वह किसी हालीवुड फिल्म में नजर आने वाले कमांडों की तरह दिखाते हैं।
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