पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे पोलियो के मामले, खतरे के बीच जम्मू-कश्मीर में नई तैयारी शुरू
पाकिस्तान में पोलियो के मामलों के बीच, जम्मू-कश्मीर में रविवार से तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान शुरू होगा। स्वास्थ्य विभाग 20 लाख बच्चों को पोलियो की ...और पढ़ें

पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे पोलियो के मामले। सांकेतिक फोटो
राज्य ब्यूरो, जम्मू। पड़ोसी देश पाकिस्तान में पोलियो के मामले लगातार आने और जम्मू-कश्मीर के कई पहाड़ी क्षेत्रों में हुई ताजा बर्फबारी और कड़ाके की ठंड के बीच आगामी रविवार से तीन दिवसीय पल्स पोलियो अभियान शुरू होने जा रहा है।
इसके लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, टीकाकरण विभाग पूरी तैयारी में जुटा है। बीस लाख के करीब बच्चों को दो बूंद जिंदगी की पिलाई जाएगी।
परिवार कल्याण विभाग के आंकड़ाें के अनुसार जम्मू-कश्मीर के बीस जिलों में पांच वर्ष के आयु वर्ग तक 19,85,736 बच्चों काे वैक्सीन दी जाएगी। बीते 14 वर्ष से पोलियो का देशभर में कहीं पर भी कोई मामला नहीं आया है, लेकिन पड़ोसी देश पाकिस्तान में पोलियो के मामले लगातार आने से यहां पर भी खतरा बना हुआ है।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. सैयद आबिद रशीद का कहना है कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान जैसे देशों में पोलियो के मामले लगातार दर्ज होने से अभी पोलियो का वायरस का खतरा बना हुआ है। जम्मू-कश्मीर में बच्चों की सुरक्षा के लिए लगातार सतर्कता, मज़बूत निगरानी और ज़्यादा वैक्सीनेशन कवरेज जारी रहने से ही खतरे को टाला जा सकता है।
वहीं, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पोलियो उन्मुक्त अभियान के लिए लगातार तैयारियों में जुटा हुआ है। जिन क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है और दूरदराज के पहाड़ी क्षेत्र हैं, वहां पर एडवांस में वैक्सीन भेज दी जाएगी ताकि किसी को कोई परेशानी न हो।
जम्मू-कश्मीर के टीकाकरण अधिकारी डा. शाहिद का कहना है कि तैयारियां चल रही हैं औैर सभी जिलों में गठित टास्क फोर्स बैठकें कर तैयारियों की लगातार समीक्षा कर रहे हैं। सभी वैक्सीनेटरों की ट्रेनिंग समय पर पूरी कर दी गई है।
रविवार को विशेष रूप से बनाए जाने वाले बूथ पर बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी जबकि सोमवार और मंगलवार को घर-घर जाकर शेष बचे बच्चों को वैक्सीन दी जाएगी।
उन्हाेंने कहा कि तीन दिनों में शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया जाएगा।गौरतलब है कि लोगों को जागरूक करने के लिए धार्मिक गुरुओं, गैर सरकारी संगठनों का भी सहारा लिया जा रहा है।
किस जिले में कितना लक्ष्य
जिला पांच वर्ष की आयु तक के लक्षित बच्चे
- जम्मू 222574
- कठुआ 102737
- किश्तवाड़ 39,729
- डोडा 68216
- पुंछ 82077
- राजौरी 110399
- रामबन 59507
- रियासी 58,808
- सांबा 48170
- उधमपुर 87724
- श्रीनगर 199253
- अनतंनाग 147754
- बडगाम 121180
- बांडीपोरा 61775
- बारामुला 163587
- गांदरबल 48,473
- कुलगाम 87605
- कुपवाड़ा 140077
- पुलवामा 93567
- शोपियां 42824

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