जम्मू में सक्रिय आतंकियों की मददगारों की तलाश में जुटी पुलिस, मोबाइल ऐप से वेरिफिकेशन करवाने को लेकर लोगों में रुझान नहीं
एसएसपी जम्मू चंदन कोहली ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में किरायेदारों की वेरिफिकेशन को नए सिरे से करने को कहा ताकि जम्मू में छुपकर रह ...और पढ़ें

जम्मू, दिनेश महाजन। सुंजवां मुठभेड़ और इसके बाद सिदड़ा में आइईडी बरामद होने से यह साबित हो गया है आतंकियों के मददगार (ओवर ग्राउंड वर्कर्स) ने जम्मू शहर व उसके बाहरी क्षेत्रों में ठिकाने बना लिए है। सीमापार से घुसपैठ कर इस पार आए सुंजवां मुठभेड़ के दोनों आतंकियों को ओवर ग्राउंड वर्कर शफीक अहमद शेख ने सुंजवां स्थित अपने घर में दिन भर छुपाकर रखा था। शफीक किरायेदार बनकर घर में रह रहा था और उसका पुलिस वेरिफिकेशन सत्यापन भी नहीं हुआ था।
इस बात को देखते एसएसपी जम्मू चंदन कोहली ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को अपने क्षेत्र में किरायेदारों की वेरिफिकेशन को नए सिरे से करने को कहा ताकि जम्मू में छुपकर रह रहे ओजीडब्ल्यू के बारे में पता चल पाए और उसके नेटवर्क को तोड़ा जा सके। जम्मू पुलिस ने जिला आयुक्त जम्मू से नए सिरे से किरायेदारों की वेरिफिकेशन को अनिवार्य करने के लिए आदेश जारी करने को कहा है, ताकि लोगों तक यह संदेश पहुंच जाए कि उनके घर में रह रहे किरायेदार की वेरिफिकेशन करवाना अनिवार्य है। किरायेदार की वेरिफिकेशन ना करवाने वाले मकान मालिक को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है। उसके विरुद्ध जिला आयुक्त के आदेश का उल्लंघन करने का मामला आईपीसी की धारा 188 के तहत दर्ज किया जाता है।
पुलिस की मोबाइल ऐप से वेरिफिकेशन करवाने को लेकर लोगों में रुझान नहीं
जम्मू पुलिस ने किरायेदारों की वेरिफिकेशन को सरल बनाने के लिए बीते वर्ष अक्टूबर माह में मोबाइल फोन ऐप्लिकेशन और एक पोर्टल की शुरुआत की थी।बाकायदा जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने ''टीनेंट सारथी'' ऐप को लाॅच किया था। हालांकि जम्मू पुलिस ने इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई कि अब तक कितने लोगों से इस ऐप से वेरिफिकेशन करवाई है। अलबत्ता पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने माना की लोगों का ऐप से वेरिफिकेशन करवाने को लेकर रुझान नहीं दिखाया है।
किरायेदारों की वेरिफिकेशन के लिए लोग स्वयं आगे आए
एसएसपी जम्मू चंदन कोहली ने कहा कि लोगों को किरायेदार रखने के बाद स्वयं ही संबंधित थाने में जा कर उसकी वेरिफिकेशन करवाने चाहिए। वेरिफिकेशन के लिए उसे किरायेदार की तस्वीर, उसके सरकारी पहचान पत्र की फोटो कापी लेकर थाने में जाना है और एक फार्म कर के पुलिस को सौंपना है। इस फार्म में किरायेदार के बारे में जानकारियों मांगी गई है, जिसमें वह मूल रूप से कहा का रहने वाला है। उसका कोई आपराधिक रिकार्ड तो नहीं है।

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