जम्मू में PM आवास योजना के तहत लोगों को नसीब नहीं हो रही है पक्के घर की छत, बारिश के मौसम में डर-डरकर रह रहे लोग
जम्मू में प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत गरीबों को पक्के मकान देने का लक्ष्य अधूरा है। कई लोग अब भी कच्चे घरों में रहने को मजबूर हैं बारिश से उनके मकान क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। तूतडे गांव में सोमनाथ के घर की छत गिरने से नुकसान हुआ। पीड़ित ने बताया कि आवेदन के बावजूद उन्हें योजना का लाभ नहीं मिला।

संवाद सहयोगी, जम्मू। गरीबों को सरकार प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्के मकान बना कर देती है। लेकिन उक्त योजना अभी तक कई लोगों की पहुंच से दूर है।
अब बारिश के कारण कच्चे घरों में रहने वाले लोगों के मकान भी क्षतिग्रस्त हो रहे हैं। जिस कारण इन मकानों में रहना अब इन लोगों के लिए मुश्किल होता जा रहा है।
कुछ ऐसी ही वाकया गांव तूतडे में बुधवार देर शाम को देखने को मिला जहां पर कच्चे मकान में रहने वाले सोमनाथ की कमरे की छत् क्षतिग्रस्त हो गई गनीमत रही की अंदर कोई सोया नहीं था वरना कोई जानी नुकसान भी हो सकता था। मानसून के इस सीजन में लोग भी अब डर के साये में रह रहे हैं।
वीरवार सुबह गांव के पूर्व पंच रमेश चौधरी ने पीड़ित के घर पहुंच कर मौके का जायजा लिया और सरकार से भी कहा कि इन लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ दिया जाए ताकि इन्हें भी पक्की छत हो सके।
पीड़ित सोमनाथ ने बताया कि उन्होंने 3 साल पूर्व मीरा साहब ब्लॉक में प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पक्का मकान बनाकर देने के लिए अपनी फाइल जमा कराई थी और अभी तक उसका इसको कोई भी जवाब नहीं मिला है हालांकि सर्वे कितनी बार हुए लेकिन उनका नाम नहीं आया।
उन्होंने बताया कि कई बार उन्होंने ब्लॉक के चक्कर भी काटे और वहां पर मौजूद ग्राम सेवक और अन्य अधिकारियों का कहना होता है कि अभी आपका नाम योजना में नहीं आया है जिसके चलते इसका लाभ आपको नहीं मिल सकता।
याद रहे की सरकार की ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पक्का मकान बनाने के लिए ऐसे लोगों को एक लाख 30 हजार रुपए की राशि तीन किस्तों में दी जाती है।
बता दें कि मीरा साहब ब्लॉक में कल 23 पंचायतें आती हैं जिनमें से 1500 के करीब लोग ऐसे हैं जिनको प्रधानमंत्री आवास योजना का अभी तक लाभ नहीं मिला है और आज भी इस योजना के तहत पक्के मकान के लिए इंतजार कर रहे हैं।
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