शहरी स्थानीय निकाय और पंचायत चुनावों पर PDP की नजर, महबूबा मुफ्ती ने कार्यकर्ताओं को दिया जीत का मंत्र
जम्मू-कश्मीर में इस साल के अंत तक शहरी स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव हो सकते हैं। इसको लेकर पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने कमर कस ली है। पीडीपी चीफ महब ...और पढ़ें

जम्मू, पीटीआई। जम्मू-कश्मीर में शहरी स्थानीय निकायों और पंचायतों का इस साल के अंत में कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसी के मद्देनजर पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है।
महबूबा मुफ्ती ने कहा, "शहरी स्थानी निकाय और पंचायत चुनाव नजदीक हैं और मैं चाहती हूं कि मेरे कार्यकर्ता परिणामों पर विचार किए बिना तैयारी करें और चुनाव लड़ें। अगर आप चुनाव जीते तो अपने क्षेत्र की बेहतर तरीके से सेवा कर पाएंगे।" उन्होंने पार्टी मुख्यालय में कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित किया।
'भाजपा हमारी पार्टी से डरती है'
उन्होंने ये भी दावा किया कि भाजपा उनकी पार्टी से डरती है। क्योंकि 5 अगस्त को अनुच्छेद-370 निरस्त होने की चौथी वर्षगांठ पर उन्हें और पार्टी के कई नेताओं को नजरबंद किया गया था। उन्होंने कहा कि अन्य किसी भी पार्टी पर इस तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया गया था।
'भाजपा ने जम्मू को क्या दिया..?'
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा, "भाजपा ने जम्मू क्षेत्र को अभी तक क्या दिया है? वे कश्मीर में दो करोड़ पर्यटकों के आने, घाटी के युवाओं के हाथों में लैपटॉप की जगह पत्थर, श्रीनगर में सफल जी-20 के बारे में बात कर रहे हैं। क्योंकि उनका मानना है कि जम्मू के लोग तो उनकी जेब में हैं। वोट हासिल करने के लिए उन्हें सांप्रदायिक आधार पर उकसाया जा रहा है।"
'5 अगस्त काला दिन है'
उन्होंने कहा कि 5 अगस्त जम्मू-कश्मीर के अधिकांश लोगों और देश के संविधान के लिए एक काला दिन है। क्योंकि 2019 में इसी दिन भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था और तत्कालीन राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया था। महबूबा ने अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद जम्मू-कश्मीर में सामान्य स्थिति और विकास पर भाजपा के दावों पर भी सवाल उठाया और कहा कि उसके शासन में पत्थरबाजी पूरे देश में फैल गई है।

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