अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर परवेज रसूल ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लिया, अब खिलाड़ियों को कोचिंग देकर भविष्य संवारेंगे
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर परवेज रसूल ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया है। अब वे युवा क्रिकेटरों को कोचिंग देकर उनका भविष्य संवारने का काम करेंगे। उनका लक्ष्य है कि वे युवा प्रतिभाओं को निखारें और उन्हें राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सफलता प्राप्त करने में मदद करें।

परवेज रसूल ने भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
जागरण संवाददाता, जम्मू। भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले जम्मू-कश्मीर के पहले क्रिकेटर परवेज रसूल ने क्रिकेट खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है। इस तरह उनके 17 साल के शानदार करियर का अंत हो गया, जिसमें उन्होंने लगातार अच्छे प्रदर्शन और कईं उपलब्धियां हासिल की थीं।
दक्षिण कश्मीर के बीजबेहाड़ा के 36 वर्षीय आलराउंडर जो घाटी में युवा क्रिकेटरों के लिए आशा की किरण बने, ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) को अपने फैसले की जानकारी दी। रसूल ने एक एकदिवसीय और एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। इसके अलावा परवेज पुणे वारियर्स और रायल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में भी खेल चुके हैं।
परवेज ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से संन्यास की घोषणा की। उन्होंने कहा मैं पेशेवर क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करता हूं। यह एक अविश्वसनीय सफर रहा है, जो सपनों, कड़ी मेहनत, खुशियों और अनगिनत यादों से भरा है, जिन्हें मैं हमेशा संजोकर रखूंगा। स्थानीय मैदानों से लेकर अपनी टीम और अपने देश का प्रतिनिधित्व करने तक, क्रिकेट में अल्लाह ने मुझे वो सब कुछ दिया है जिसकी मैंने कभी कामना की थी।
इस सफर में अपने परिवार, कोचों, टीम के साथियों और प्रशंसकों के प्यार, विश्वास और निरंतर समर्थन के लिए मैं उनका आभारी हूं। मैदान पर बिताया हर पल मेरे लिए सम्मान और आशीर्वाद रहा है। हालांकि मैं पेशेवर क्रिकेट से दूर जा रहा हूं, मैं जुनून के साथ खेल के करीब रहूंगा, युवाओं का मार्गदर्शन करुंगा और उस खेल को कुछ वापस दूंगा जिसने मेरे जीवन को आकार दिया। प्यार, विश्वास और अविस्मरणीय यादों के लिए आप सभी का धन्यवाद।
परवेज ने कहा कि अब मेरा मुख्य ध्यान प्रदेश के खिलाड़ियों का क्रिकेट में भविष्य संवारने पर रहेगा। मैंने क्रिकेट में लेवल 2 का कोचिंग सर्टिफिकेट भी उत्तीर्ण कर लिया है।
परवेज रसूल दाहिने हाथ के फिरकी गेंदबाज होने के साथ-साथ बेहतरीन बल्लेबाजी भी करते हैं। परवेज ने टीम इंडिया के लिए इकलौता अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबला जून 2014 को बांग्लादेश के विरुद्ध मीरपुर में खेला था। इस मुकाबले में परवेज रसूल ने 60 रन देकर दो विकेट चटकाए थे।
रसूल ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मुकाबला जनवरी 2017 को इंग्लैंड के विरुद्ध कानपुर में खेला था। परवेज रसूल ने इस मुकाबले में इंग्लैंड के विरुद्ध 32 रन देकर एक विकेट लिया था जबकि बल्लेबाजी करते हुए पांच रनों का योगदान दिया था।
घरेलू क्रिकेट में परवेज रसूल का शानदार प्रदर्शन रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में रसूल ने खुद को एक भरोसेमंद अालराउंडर के रूप में स्थापित किया है। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 5,648 रन बनाए हैं और 352 विकेट लिए हैं। उनके लगातार घरेलू प्रदर्शन ने उन्हें 2013-14 और 2017-18 में दो बार, रणजी ट्राफी में सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर के लिए प्रतिष्ठित लाला अमरनाथ पुरस्कार दिलाया। वर्ष 2012-13 में 594 रन और 33 विकेट चटकाने के लिए परवेज रसूल का राष्ट्रीय टीम और आइपपीएल में उनके प्रवेश का मार्ग प्रशस्त किया।
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