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    जम्मू के एक गांव में पाकिस्तानी कबूतर मिलने से हड़कंप, हरकत में आईं सुरक्षा एजेंसियां; हुआ ये खुलासा

    Updated: Tue, 13 May 2025 07:40 PM (IST)

    जम्मू के खौड़ ब्लाक के पंगाली गांव में एक पाकिस्तानी कबूतर मिलने से सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गईं। कबूतर के पैर में उर्दू में लिखे नंबर वाली एक रिंग मिली जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह कबूतर उड़कर सीमा पार से आया होगा। जांच में कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

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    खौड़ के गांव पंगली में मिला पाकिस्तानी कबूतर

    जागरण टीम, खौड़-जम्मू। भारत-पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच मंगलवार की सुबह खौड़ ब्लाक के सीमावर्ती गांव पंगाली में एक पाकिस्तानी कबूतर मिलने से सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गई। शुरूआती दौर में यह अटकलें लगाई जाने लगी कि शायद सीमापार आतंकवादियों के आकाओं ने इस ओर अपने स्लीपर सेल या ओवर ग्राउंड वर्कर्स को कोई संदेश भेजा है।

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    सुरक्षा एजेंसियों को जैसे ही पता चला कि सीमावर्ती क्षेत्र में पाकिस्तानी कबूतर पकड़ा गया है तो एजेंसियों ने तत्काल कबूतर को अपने कब्जे में लिया और उसकी गहन जांच की ताकि अगर कबूतर में किसी तरह की कोई चिप लगी हो तो पता लगाया जा सके लेकिन ऐसा कुछ नहीं मिला।

    कबूतर के पांव में था रिंग

    कबूतर के पांव में एक रिंग था जिस पर ऊर्दू में एक नंबर 0307-615649 और नाम लिखा था। पड़ताल करने पर पता चला कि रिंग पर किसी शाह का नाम और साथ में गरमाला लिखा है। गरमाला पाकिस्तान के पंजाब का शहर है। बाद में यह साफ हुआ कि शायद किसी ने कबूतर उड़ाया होगा जो उड़ते हुए सीमा पार आ गया क्योंकि सीमावर्ती क्षेत्रों में अक्सर इन दिनों पाकिस्तानी कबूतर मिलते है।

    यह पाकिस्तानी कबूतर पंगाली गांव के पूर्व सरपंच पठान सिंह की छत पर बैठा तो उनके बेटे राजेश्वर सिंह ने देखा तो उसने क्षेत्र के एक कबूतरबाज को बुलाया जिसने कबूतर को पकड़ा। कबूतर के पांच में पड़े रिंग को देखकर उन्होंने इसकी सूचना तत्काल खौड़ पुलिस को दी जिसके बाद पुलिस व एजेंसियों के अधिकारी भी पहुंच गए।

    जानें क्या हुआ खुलासा?

    वहीं जम्मू के एक कबूतरबाज ने बताया कि मई के महीने में कबूतरों की रेस होती है। जम्मू में भी इस समय ये प्रतियोगिता चल रही है। पाकिस्तान में भी बड़े स्तर पर कबूतरबाजी होती है। इसलिए कई बार प्रतियोगिता के दौरान हमारे कबूतर उस ओर चले जाते हैं तो कई बार पाकिस्तानी कबूतर यहां पहुंच जाते हैं।

    सभी कबूतरबाज अपने अच्छे कबूतरों के पैरों में रिंग डालते है ताकि उनकी पहचान हो सके। यह भी इसी तरह का मामला लगता है। उधर खौड़ पुलिस ने भी इस मामले में कुछ भी संदिग्ध होने से इंकार किया है।