'कश्मीर का नारा देकर लोगों को गुमराह करना पाकिस्तान की पुरानी आदत', रिटायर्ड अधिकारी बोले- अपनी नाकामी छिपा रहे आर्मी चीफ
पाकिस्तान के आर्मी चीफ कश्मीर का नारा देकर अपनी नाकामियों को छिपाने की कोशिश कर रहे हैं। सेवानिवृत्त भारतीय सेना अधिकारियों का मानना है कि जनरल असीम मुनीर हर मोर्चे पर विफल रहने के बाद कश्मीर और हिंदू विरोधी बयान दे रहे हैं। वे कट्टरपंथी ताकतों को बढ़ावा देने की साजिश रच रहे हैं जबकि पाकिस्तान अपनी आंतरिक समस्याओं से जूझ रहा है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। कश्मीर का नारा देकर अपने लोगों को गुमराह करना पाकिस्तान की पुरानी आदत है। पाकिस्तान के आर्मी चीफ अपनी नाकामियाें पर पर्दा डालने के लिए कश्मीर व हिंदू विरोधी बयान दे रहे हैं।
पाकिस्तान से लड़े गए युद्धों में हिस्सा लेने वाले भारतीय सेना के सेवानिवृत अधिकारी मानते हैं कि पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर हर मोर्चे पर नाकाम रहने के बाद यह संदेश देने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं वह आज भी प्रासंगिक हैं।
जनरल मुनीर ने अपने बयान में कश्मीर को पाकिस्तान के गले की नस बताया है। उन्होंने यह भी कहा है कि मुस्लिम हर लिहाज से हिन्दुओं से अलग है, यह कट्टरपंथी ताकतों को शह देने की साजिश माना जा रहा है।
अफगानिस्तान से लगते इलाकों में उनकी सेना पिट रही
वर्ष 1971 के भारत पाकिस्तान के युद्ध के वीर चक्र विजेता सेवानिवृत कर्नल विरेन्द्र साही का कहना है कि पाकिस्तान ने आज तक कोई युद्ध नही जीता है।
अपने ही देश में उसकी सेना पर बड़े आतंकी हमले हो रहे, रेलगाड़ियां हाइजैक हो रही है। अफगानिस्तान से लगते इलाकों में उनकी सेना पिट रही है। हर जगह मार खाने वाली सेना के प्रमुख अब हताशा में कश्मीर को लेकर उनटे सीधे बयान दे रहे हैं। इसके कोई फक्र नही पड़ने वाला है।
'पाकिस्तान सामने की लड़ाई लड़ने में सक्षम नहीं'
सेना में कर्नल रहे संजीव गुप्ता जनरल मुनीर के बयान को भ्रम की स्थिति पैदा करने की साजिश का हिस्सा बताते हैं। उनका कहना है कि इतिहास गवाह है कि अपना घर न संभाल पा रहा पाकिस्तान कश्मीर का नारा देकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश करता है।
पाकिस्तान सामने की लड़ाई लड़ने में सक्षम नही है। यह कारण है कि वह पीठ पीछे वार करने के साथ लोगों को भड़काने की कोशिश करता है। जनरल मुनीर भी यही कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना की पूरी कोशिश कि लोगों को भड़का कर कश्मीर में हालात खराब किए जाएं। उसकी यह चालें कामयाबी नही होंगी।
वहीं दूसरी ओर सेना के एक सेवारत अधिकारी ने जागरण को बताया कि पाकिस्तानी सेना आतंकवाद को शह देने में पूरा जोर लगा रही है। उसकी चल नही रही है। कश्मीर के हालात में बेहतरी आना उसे रास नही आ रहा है।
उसकी शह पर काम करने वाले अब युवाओं को गुमराह नही कर पा रहे हैं। यही कारण है कि पाकिस्तान की सेना के बड़े अधिकारी हताशा में ऐसे बयान दे रहे हैं।
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