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    आरक्षण नीति में बदलावों का विरोध करने वालों पर उमर का निशाना, बोले- 'प्रशासन ने पूरी निष्पक्षता के साथ किया है काम'

    By Rahul SharmaEdited By: Rahul Sharma
    Updated: Wed, 03 Dec 2025 01:33 PM (IST)

    मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि सरकार ने जम्मू-कश्मीर की आरक्षण नीति को युक्तिसंगत बनाने का प्रयास किया है, जैसा कि जनता से वादा किया गया था। उन्ह ...और पढ़ें

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    मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कैबिनेट उप-समिति ने यह सुनिश्चित किया कि किसी भी वर्ग के साथ अन्याय न हो।

    राज्य ब्यूरो, जम्मू। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि सरकार ने जनता से किए गए वादों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर की आरक्षण नीति को पूरी तरह युक्ति संगत बनाने के लिए पूरी कोशिश की है। 

    जम्मू में कैबिनेट बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि कैबिनेट उप समिति ने इस मामले पर बड़े पैमाने पर काम किया और यह पक्का किया कि “किसी भी वर्ग के साथ किसी भी तरह का अन्याय न हो।” 

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    उमर ने कहा, “हमने आरक्षण नीति को ठीक वैसा ही सही बनाने की कोशिश की है जैसा हमने लोगों को भरोसा दिलाया था। साथ ही, सभी के साथ इंसाफ़ पक्का करने की पूरी कोशिश की गई।” 

    मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अपने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कल तक जो लोग आरक्षण नीति को युक्ति संगत बनाने की मांग कर रहे थे, आज वह बदलावों का विरोध कर रहे हैं। ये वही लोग हैं जब यहां आरक्षण को बढ़ाया गया तो उसका स्वागत किया। और जब कई वर्गों के साथ अन्याय की प्रक्रिया शुरू हुई तो चुप रहे थे। 

    उन्होंने कहा, “पहले वे हमें चिढ़ाते थे, यह दावा करते हुए कि हमने रिज़र्वेशन पर कुछ नहीं किया। अब, जब काम हो गया है तो वे कहते हैं कि वे आंदोलन करेंगे। ऐसे मुद्दों पर राजनीति करना हमेशा आसान होता है।” 

    उमर ने आगे कहा कि आरक्षण नीति की समीक्षा करते हुए और इस युक्ति संगत बनाने की प्रक्रिया के दौरान प्रशासन ने पूरी निष्पक्षता के साथ नेमानुपुर काम किया है । उन्होंने कहा, "हम इस काम को इससे आगे नहीं ले जा सकते थे। हर पहलू की अच्छी तरह से जांच की गई।" 

    उमर ने और ज़्यादा जानकारी दिए बिना कहा, "यह मामला कैबिनेट के पास तीन या चार बार आ चुका है, और कैबिनेट सब-कमेटी ने अपना काम पूरा करने में छह महीने लगाए।"