जम्मू : अब मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट की ड्यूटी और जिम्मेदारी होगी तय
यह कदम सिर्फ प्रिंसिपल की सहायता और हर किसी की जिम्मेदारी तय करने के लिए उठाया गया है। प्रिंसिपल का काम एकेडमिक गतिविधियों को देखना है। रूटीन की गतिवि ...और पढ़ें

जम्मू, राज्य ब्यूरो : स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में मेडिकल कालेजों के प्रिंसिपल के कई अधिकार प्रशासनिक अधिकारियों को देने के बाद अब मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट की ड्यूटी और जिम्मेदारियां तय की जा रही हैं। इसके लिए विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सभी संबंधित अधिकारियों के साथ शुक्रवार को मंथन करने जा रहे हैं।
एक दिन पहले बुधवार को अतिरिक्त मुख्य सचिव ने आदेश जारी कर मेडिकल कालेजों के प्रिंसिपल के कई अधिकार उनसे लेकर प्रशासकों, प्रशासनिक अधिकारियों और पर्सनल अधिकारियों को दे दिए थे। इसका ड्राफ्ट तैयार होने पर जीएमसी श्रीनगर और डेंटल कालेज श्रीनगर के मेडिकल फैकल्टी एसोसिएशन ने कहा था कि विभाग प्रिंसिपल के पदों की गरिमा को कम कर रहा है, लेकिन विभाग ने स्पष्ट कहा था कि प्रशासकों के पद वर्षों से मेडिकल कालेज में हैं।
यह कदम सिर्फ प्रिंसिपल की सहायता और हर किसी की जिम्मेदारी तय करने के लिए उठाया गया है। प्रिंसिपल का काम एकेडमिक गतिविधियों को देखना है। रूटीन की गतिविधियां देखने से काम पर असर पड़ता है। इसके बाद इस मामले पर सभी चुप हैं। एक वरिष्ठ फैकल्टी सदस्य ने बताया कि ड्राफ्ट तैयार करते समय ङ्क्षप्रसिपलों की राय भी ली गई थी। अब नए नियम और आदेश मेडिकल कालेजों में लागू कर दिए गए हैं।
इसके बाद मेडिकल सुपरिंटेंडेंट और डिप्टी मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के अधिकार और जिम्मेदारियां भी तय हो रही हैं। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विवेक भारद्वाज आज शुक्रवार को वर्चुअल मोड से सभी मेडिकल कालेजों व डेंटल कालेजों के प्रिंसिपलों, स्वास्थ्य निदेशकों के अलावा जिला अस्पतालों व मेडिकल कालेजों के सहायक अस्पतालों के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के साथ इस पर चर्चा करेंगे। इसमें विभाग के विशेष सचिव तथा नए मेडिकल कालेजों के कोआर्डिनेटर भी भाग लेंगे। स्वास्थ्य विभाग के एक उच्चाधिकारी ने बताया कि सभी की जिम्मेदारियां तय हो रही हैं, ताकि सभी को जवाबदेह बनाया जा सके।

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