Jammu Kashmir : अब घर बैठे आनलाइन खरीदे रेत-बजरी और ईंट, खनन विभाग के वेबपोर्टल पर मिल रही सुविधा
बाजार में इस समय रेत की 100 क्यूबिक वर्ग फुट की जो ट्राली तीन से चार हजार रुपये में मिल रही है वो इस वेबसाइट पर 1500 रुपये में उपलब्ध है। इसी तरह बजरी ईंट मिट्टी व अन्य खनन सामग्री की भी सरकारी दामों पर खरीद की जा सकती है।

जम्मू, जागरण संवाददाता : घर-दुकान बनाने के लिए रेत-बजरी व ईंट-पत्थर खरीदने के लिए अब ठेकेदारों की मनमानियां नहीं झेलनी पड़ेंगी और न ही उन्हें मनमाने दाम देने पड़ेंगे। अब अन्य चीजों की तरह निर्माण सामग्री भी आनलाइन खरीदी जा सकती है।
निर्माण सामग्री की यह खरीद भी अमेजान व फ्लिपकार्ट पर सामान खरीदने जैसी सरल है और खास बात यह कि आप सरकार की ओर से निर्धारित दाम पर निर्माण सामग्री खरीद सकते है और ट्रांसपोर्ट खर्च डालकर निर्माण सामग्री सीधे आपके बताए स्थान पर उपलब्ध हो जाएगी। इसके लिए जम्मू-कश्मीर खनन विभाग ने अपना वेबपोर्टल तैयार किया है जिस पर यह सारी सुविधाएं आनलाइन की गई है। इस geologymining.jk.gov.in पोर्टल पर कोई भी जाकर वहां अपनी जरूरत का सामान खरीद सकता है। खरीदारी करने के लिए किसी तरह की कोई औपचारिकता नहीं है।
केवल जो चाहिए, उसे सर्च करें और जितनी मात्रा में चाहिए, वो दर्ज करके आर्डर दिया जा सकता है। विभाग के इस वेबसाइट पर सरकारी रेट पर खरीद की जा सकती है। इससे माफिया का गौरखधंधा भी बंद होगा। बाजार में इस समय रेत की 100 क्यूबिक वर्ग फुट की जो ट्राली तीन से चार हजार रुपये में मिल रही है, वो इस वेबसाइट पर 1500 रुपये में उपलब्ध है।
इसी तरह बजरी, ईंट, मिट्टी व अन्य खनन सामग्री की भी सरकारी दामों पर खरीद की जा सकती है। विभाग के इस पोर्टल पर दो दर्जन से अधिक स्टोनक्रशर व खनन लाइसेंस धारक पंजीकृत है और खरीदार अपने निकटतम स्टोनक्रशर या लाइसेंस धारक से खरीद कर न्यूनतम ट्रांसपोर्ट खर्च पर निर्माण सामग्री हासिल कर सकते हैं।
मोबाइल एप भी जल्द : लोगों को और अधिक सुविधा देने के लिए खनन विभाग की ओर से बहुत जल्द मोबाइल एप भी लांच की जा रही है। इससे खरीदार अपने फोन से ही निर्माण सामग्री की खरीद का आर्डर दे पाएंगे। यह मोबाइल एप गूगल प्ले स्टोर व एप्पल स्टोर पर उपलब्ध होगी और हर फोन पर आसानी से इस्तेमाल की जा सकेगी। विभाग के अनुसार मोबाइल एप लगभग तैयार है और बहुत जल्द इसे लांच किया जाएगा।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।