Move to Jagran APP

अमर महल म्यूजियम जम्मू में शुरू हुई लघु चित्रकला प्रदर्शनी, 23 अक्टूबर तक जनता के लिए खुली रहेगी

इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान गुरु और छात्र बसोहली और जम्मू में पहाड़ी लघु चित्रकला के लिए एक केंद्र बनाने के सपने को पूरा करने के लिए समर्पण और जुनून के साथ काम कर रहे थे।पूर्व एमएलसी और हरि तारा चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी विक्रमादित्य सिंह भी मौजूद थे।

By Vikas AbrolEdited By: Published: Thu, 21 Oct 2021 09:23 PM (IST)Updated: Thu, 21 Oct 2021 09:23 PM (IST)
अमर महल म्यूजियम जम्मू में शुरू हुई लघु चित्रकला प्रदर्शनी, 23 अक्टूबर तक जनता के लिए खुली रहेगी
प्रदर्शनी का उद्घाटन डा. कर्ण सिंह और अमर महल संग्रहालय के निदेशक डा. ज्योत्सना सिंह ने किया।

जम्मू, जागरण संवाददाता : हरि तारा चैरिटेबल ट्रस्ट के अमर महल म्यूजियम में वीरवार से समकालीन पहाड़ी लघु चित्रों की एक प्रदर्शनी और बिक्री शुरू हुई। अमर महल संग्रहालय में सोहन बिलावरिया और उनके छात्रों की कला कृतियों की प्रदर्शनी का उद्घाटन डा. कर्ण सिंह और अमर महल संग्रहालय के निदेशक डा. ज्योत्सना सिंह ने किया। प्रदर्शनी 23 अक्टूबर 2021 तक जनता के लिए खुली रहेगी।

loksabha election banner

अमर महल संग्रहालय और पुस्तकालय हरि तारा चैरिटेबल ट्रस्ट, द्वारा गुरु-शिष्य परंपरा की पहल से यह पहला शो है। जो बसोहली में सोहन बिलावरिया के स्टूडियो और निवास पर आयोजित किया गया था। छात्रों को पेंसिल ड्राइंग से लेकर कलर ग्राइंडिंग, लैंडस्केप, वनस्पतियों और जीवों तक और अंत में मानव आकृति के आनुपातिक ड्राइंग में प्रशिक्षित किया गया था। प्रदर्शनी स्थल पर मार्च 2020 से अक्टूबर 2021 तक छात्रों की प्रगति का एक फोटोग्राफिक रिकॉर्ड भी प्रदर्शित किया गया है। इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान गुरु और छात्र बसोहली और जम्मू में पहाड़ी लघु चित्रकला के लिए एक केंद्र बनाने के सपने को पूरा करने के लिए समर्पण और जुनून के साथ काम कर रहे थे।

इस अवसर पर डा. ज्योत्सना सिंह ने कहा कि इस वर्ष दो नए छात्रों ने पहले ही कठोर प्रशिक्षण शुरू कर दिया है और हरि तारा चैरिटेबल ट्रस्ट युवा कलाकारों को सीखने के लिए प्रोत्साहित करने और इस प्राचीन कला को पुनर्जीवित करने के लिए अपने कौशल में सुधार करने के लिए सभी प्रयास कर रहा है। प्रदर्शनी के उद्घाटन समारोह में पूर्व एमएलसी और हरि तारा चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी विक्रमादित्य सिंह भी मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.