Kashmir में तैनात असम राइफल्स की महिला सैनिकों का संदेश, देश की सुरक्षा करने में पूरी तरह से हैं सक्षम बेटियां
असम राइफल्स की महिला सैनिक कार्डन एंड सर्च आपरेशन के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित होने के साथ नियंत्रण रेखा की सुरक्षा करने में भी माहिर हैं। दुश्मन कश्मीर की शांति को नुकसान पहुंचाने के लिए साजिशें रच रहा है।

जम्मू, राज्य ब्यूरो। करवाचौथ से पहले एक ओर यहां महिलाएं अपने हाथोें पर मेहंदी लगवा रही हैं तो वहीं दूसरी ओर कश्मीर में भारतीय सेना की असम राइफल्स की महिला सैनिक हाथों में बंदूक लिए देश विरोधी तत्वों के मंसूबे नकारने के लिए मैदान में हैं।
असम राइफल्स की महिला सैनिक कार्डन एंड सर्च आपरेशन के लिए विशेष रूप से प्रशिक्षित होने के साथ नियंत्रण रेखा की सुरक्षा करने में भी माहिर हैं। दुश्मन कश्मीर की शांति को नुकसान पहुंचाने के लिए साजिशें रच रहा है। ऐसे में पुरुष सैनिकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करने वाली असम राइफल्स की महिला सैनिक आतंकियों व उनके समर्थकों को उनके अंजाम तक पहुंचाने के लिए प्रयासरत हैं। ये महिला सैनिक कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में अपनी मौजूदगी से बेहतर भविष्य की आस रखने वाले लोगों में सुरक्षा का एहसास भी दिला रही हैं। वे कश्मीर की उन युवतियों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत हैं जो सेना में अग्निवीर बनकर मिलिट्री पुलिस में काम करने की तैयारी कर रही हैं। उनकी भर्ती दिसंबर महीने में होनी है।
कार्डन एंड सर्च आपरेशन से लेकर पेट्रोलिंग करने में हैं सक्षम
असम राइफल्स की सैनिक रेखा कुमारी का कहना है कि सेना में ऐसा कोई काम नहीं है जो हम नही कर सकते हैं। हम कश्मीर में कार्डन एंड सर्च आपरेशन से पेट्रोलिंग करने तक व मोबाइल बंकर लगाने जैसे भी काम करते हैं। उनका कहना है कि असम राइफल्स की महिला सैनिक देशवासियों को यह संदेश देती हैं कि बेटियां देश की सुरक्षा करने में भी पूरी तरह से सक्षम हैं। वहीं महिला सैनिक अनूप यादव का कहना है कि कि उन्हें इस पर बहुत गर्व है कि उन्हें भारतीय सेना में शामिल होकर कश्मीर में देश सेवा करने का मौका मिल रहा है। भारतीय सेना देश का सुरक्षा कवच है। हम आपरेशन से लेकर हर वह काम करते हैं जो पुरुष सैनिक करते हैं। उनका कहना है कि मुझे सेना में कमांड कंट्रोल में काम करना बहुत अच्छा लगता है। उनका कहना है कि देश के युवा कड़ी मेहनत से अपने लक्ष्य को हासिल करें।
महिला तस्करों को पकड़ने में निभाती हैं अहम भूमिका
कश्मीर में पिछले कुछ समय से देश विरोधी गतिविधियों व हथियारों, नशीले पदार्थाें को तस्करी में महिलाएं भी मदद कर रही हैं। ऐसे में महिलाओं की तलाशी लेकर उनमें छिपी देश की दुश्मनों की पहचान करने के लिए महिला सैनिकों की जरूरत महसूस हो रही थी। ये कमी इस समय असम राइफल्स की महिला सैनिक पूरी कर रही हैं। वे महिलाओं की तलाशी ले सकती हैं। फिलहाल उन्हें मुठभेड़ स्थलों से दूर रखा जा रहा है। लेकिन वक्त आने पर वे देश के दुश्मनों से आमने सामने की लड़ाई लड़ने के लिए प्रशिक्षित हैं।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।