Jammu Kashmir : महबूबा ने केंद्र पर साधा निशाना, कहा - DDC चुनाव में गैर भाजपा दलों को प्रचार नहीं करने दिया जा रहा
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रधान और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिला विकास परिषद चुनाव में गैर भाजपा दलों को प्रचार नहीं करने दिया जा रहा है। गैर भाजपा दलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें की जा रही है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो । पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रधान और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जिला विकास परिषद चुनाव में गैर भाजपा दलों को प्रचार नहीं करने दिया जा रहा है। जिला विकास परिषद चुनाव में गैर भाजपा दलों को नुकसान पहुंचाने की कोशिशें की जा रही है। महबूबा ने ट्वीट करते हुए कहा कि पार्टी के उम्मीदवार बशीर अहमद के पास पर्याप्त सुरक्षा के बंदोबस्त थे लेकिन इसके बावजूद पहलगाम नहीं जाने दिया गया। बशीर अहमद को रोक लिया गया। इस संबंध में अनंतनाग के डीसी से भी बात की है।
पुलिस का कहना है कि हर उम्मीदवार को सुरक्षा देना कठिन है इसलिए उम्मीदवारों को सुरक्षित क्षेत्र में रखकर इकट्ठी सुरक्षा दी जा रही है। गत दिवस माकपा के नेता और पूर्व विधायक मोहम्मद युसुफ तारीगामी ने उपराज्यपाल को पत्र लिखकर कहा था कि उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार करने नहीं दिया जा रहा है। उम्मीदवारों की सुरक्षा की बात कही जा रही है। वहीं कश्मीर के आईजी पुलिस विजय कुमार का कहना है कि उम्मीदवार जिस इलाके में प्रचार के लिए जाना चाहते है, उन्हें पुलिस की पूरी सुरक्षा दी जा रही है।
प्रशासन ने महबूबा को रोका
इसी बीच पीडीपी की प्रधान महबूबा मुफ्ती को स्थानीय प्रशासन ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा के लस्सीपोरा क्षेत्र के रम्बीअरा नाला में जाने से रोक दिया। महबूबा मुफ्ती आज शनिवार को अपने कुछ कार्यकर्ताओं के साथ रम्बीअरा नाला जाना चाहती थी। महबूबा ने कहा कि रम्बीअरा में रेत निकालने का काम प्रशासन ने बाहरी राज्य के ठेकेदार को दिया है। उनका यह आरोप था कि अवैध रूप से टेंडर निकाल कर बाहरी राज्य के व्यक्ति को रेत निकालने का ठेका दे दिया गया है। प्रशासन ने महबूबा को वहां पर जाने की अनुमति नहीं दी। बताते चले कि कुछ दिन पहले महबूबा मुफ्ती ने जम्मू में कहा था कि स्थानीय लोगों के हितों से खिलवाड़ किया जा रहा है। रेत और बजरी निकालने का काम बाहरी राज्यों के लोगों के हवाले कर दिया गया है। संसाधनों की लूट खसूट हो रही है। इसमें कश्मीर के ही नहीं बल्कि जम्मू के लोग भी पिस रहे हैं।