माता वैष्णो देवी यात्रा की तैयारियों की समीक्षा, नववर्ष पर श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने की संभावना
नववर्ष से पहले, माता वैष्णो देवी यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की गई। श्राइन बोर्ड के सीईओ ने अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें यात्रा को सुरक्षित और ...और पढ़ें
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माता वैष्णो देवी यात्रा की तैयारियों की समीक्षा
जागरण संवाददाता, कटड़ा। नववर्ष2026 के दौरान श्रद्धालुओं की संभावित भारी आमद को देखते हुए श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (SMVDSB) ने एक अहम बैठक की, जिसमें यात्रा को सुरक्षित, सुचारु और सुविधाजनक बनाने से जुड़ी व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। यह बैठक जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के निर्देशों के अनुरूप आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) सचिन कुमार वैश्य ने की।
प्रवेश व्यवस्था को पुख्ता करने का आदेश
बैठक के दौरान सीईओ ने यात्रा प्रबंधन एवं सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने के निर्देश दिए, विशेषकर यात्रा मार्ग और भवन क्षेत्र में। उन्होंने आरएफआईडी आधारित प्रवेश व्यवस्था को सख्ती से लागू करने पर जोर दिया और कहा कि केवल वैध आरएफआईडी कार्ड रखने वाले श्रद्धालुओं को ही आगे बढ़ने की अनुमति दी जाए। साथ ही प्रमुख चेक प्वाइंट्स पर अतिरिक्त हैंडहेल्ड आरएफआईडी स्कैनर और पर्याप्त स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित हो।
अग्निशमन एवं आपात सेवाएं अलर्ट
संबंधित अधिकारियों ने सीईओ को अवगत कराया कि एकीकृत कमांड एवं कंट्रोल सेंटर (ICCC) और एसजीसी कटड़ा में व्यापक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके तहत ज्यादा भीड़-भाड़ और संवेदनशील वाले स्थानों पर संयुक्त रूप से चौबीसों घंटे निगरानी की जा रही है, ताकि रियल टाइम सर्विलांस, त्वरित प्रतिक्रिया और बेहतर स्थिति आकलन सुनिश्चित किया जा सके।
अग्निशमन एवं आपात सेवाओं के प्रतिनिधि को यात्रा मार्ग पर रणनीतिक स्थानों पर अग्निशमन वाहनों की तैनाती और श्राइन क्षेत्र का विस्तृत अग्नि सुरक्षा ऑडिट करने का दायित्व सौंपा गया।
यात्रा मार्ग पर सेवाएं देने वालों का होगा सत्यापन
सीईओ ने आपदा प्रबंधन से संबंधित निर्धारित मानक संचालन प्रक्रियाओं (SOP) का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने पर बल दिया। सीईओ ने यात्रा मार्ग पर स्थापित बोस साउंड सिस्टम को पूर्ण रूप से कार्यशील सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली में परिवर्तित करने के निर्देश दिए, ताकि महत्वपूर्ण सूचनाओं और घोषणाओं का समय पर प्रसारण किया जा सके।
इसके अतिरिक्त, निजी प्रतिष्ठानों और यात्रा मार्ग पर सेवाएं देने वाले व्यक्तियों के सत्यापन को अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए, ताकि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और श्राइन क्षेत्र की पवित्रता बनी रहे।
यातायात जाम की समस्या पर भी विशेष चर्चा
बैठक में बाणगंगा क्षेत्र और ताराकोट मार्ग पर अवैध पार्किंग से उत्पन्न यातायात जाम की समस्या पर भी विशेष चर्चा हुई। सुचारु यातायात व्यवस्था के लिए सख्त नियंत्रण और समन्वित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया गया। सुरक्षा एजेंसियों ने पुलिस, सीआरपीएफ और श्राइन बोर्ड सुरक्षा कर्मियों की बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी दी, जिसमें त्वरित प्रतिक्रिया दल (क्यूआरटी) भी शामिल हैं।

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