22 दिनों बाद शुरू हुई यात्रा, तो 'जय माता दी' के नारों से गूंजा उठा मां वैष्णो देवी का दरबार; श्रद्धालु हुए भावुक
22 दिनों बाद मां वैष्णो देवी भवन परिसर और कटड़ा जय माता दी के जयकारों से गूंज उठा। दिल्ली के मनोज जैसे श्रद्धालुओं ने मां के दर्शनों को अद्भुत बताया। मध्य प्रदेश के आलोक कुमार और अन्य ने मां के आशीर्वाद से निहाल होने की बात कही। पंजाब से आए नवजोत सिंह और लवलीन कौर यात्रा शुरू होने की सूचना मिलते ही दर्शनों के लिए पहुंचे।

जागरण संवाददाता, कटड़ा। 22 दिनों के बाद एक बार फिर मां वैष्णो देवी भवन परिसर के साथ ही सभी मार्ग तथा आधार शिविर कटड़ा 'जय माता दी' के जयकारों से गूंजेयमान हुआ। मां वैष्णो देवी के दर्शन कर एक ओर जहां श्रद्धालु भावुक हुए तो दूसरी ओर मां वैष्णो देवी को अपनी व्यथा सुना कर सुख शांति का आशीर्वाद प्राप्त करते रहें।
मां के दिव्य दर्शन का आनंद बयान नहीं कर सकता कहना है दिल्ली से आए श्रद्धालु मनोज का, वहीं मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के श्रद्धालु आलोक कुमार, सुनीता, मयंक आदि ने कहा कि आखिरकार मां ने अपने भक्तों की जिद्द स्वीकार कर ली और अपना आशीर्वाद देकर निहाल किया।
मां के दरबार में श्रद्धालुओं का लगा तांता
पंजाब से आए श्रद्धालु नवजोत सिंह, लवलीन कौर ने बताया कि जैसे ही यात्रा शुरू होने की सूचना मिली वह तुरंत मां वैष्णो देवी का आशीर्वाद पानी पहुंच गए हैं। बुधवार सुबह श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने अपने सभी पंजीकरण केंद्र सुबह 6:00 खोल दिए जिसको लेकर पंजीकरण केंद्र पर श्रद्धालुओं का तांता लग गया। श्रद्धालुओं ने पंजीकरण करवा कर आरएफआईडी यात्रा कार्ड प्राप्त कर मां वैष्णो देवी भवन की ओर प्रस्थान किया।
श्रद्धालुओं की मां वैष्णो देवी की यात्रा पूरी तरह से सुखमय बनी रहे और किसी भी तरह की परेशानी ना हो जिसको लेकर भवन परिसर के साथ ही सभी मार्गों पर श्राइन बोर्ड प्रशासन के साथ ही पुलिस विभाग तथा सुरक्षा बल के जवान तैनात हैं तैनात है।
वहीं, भवन के भूस्खलित क्षेत्र में आपदा प्रबंधन दल के साथ ही एसडीआरएफ आदि की टीमें लगातार तैनात हैं और लगातार मां वैष्णो देवी की यात्रा पर निगाह रखे हुए हैं। भवन पहुंचकर श्रद्धालु पूरी श्रद्धा के साथ मां वैष्णो देवी के चरणों में मस्तक होते रहें और मां का आशीर्वाद पाते रहें।
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