Updated: Tue, 27 May 2025 11:52 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा (LG Manoj Sinha) ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि आतंकियों को शरण देने पर उसे भारी कीमत चुकानी होगी। जम्मू विश्वविद्यालय में रश्मिरथी के मंचन के दौरान उन्होंने इसे ऑपरेशन सिंदूर के नायकों को समर्पित किया। उन्होंने युवाओं से देश की सेवा में आगे आने का आह्वान किया और कर्म के महत्व पर जोर दिया।
जागरण संवाददाता, जम्मू। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा है कि यदि पाकिस्तान ने आतंकियों को पालना बंद नहीं किया, तो भविष्य में भी इसके लिए उसे कीमत चुकानी होगी। उन्होंने कहा कि भारत ने आतंकी देश पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि अगर उसने फिर आतंकी हमला किया तो इस बार हमारी सेना उसे और कड़ा सबक सिखाएगा।
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ऐसे में उसका धरती से अस्तित्व ही मिट सकता है। जम्मू विश्वविद्यालय के ब्रिगेडियर राजेंद्र सिंह सभागार में राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के प्रसिद्ध खंडकाव्य रश्मिरथी के मंचन से प्रभावित होकर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इसे ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को सबक सिखाने वाले देश के शूरवीरों को समर्पित किया।
महाभारत के योद्धा कर्ण के जीवन पर आधारित इस खंडकाव्य को विद्यार्थियों ने नाट्य शैली में इतनी खूबसूरती से पेश किया कि उपराज्यपाल भी भावविभोर होकर खुद को तालियां बजाकर विद्यार्थियों को प्रोत्साहित करने से रोक नहीं पाए। इस खंडकाव्य में कर्ण के चरित्र के विविध पहलुओं जैसे कि उसकी निष्ठा, वीरता, त्याग और न्याय को दर्शाया गया है।
इसके माध्यम से यह संदेश दिया गया कि मनुष्य का मूल्यांकन उसके वंश से नहीं, उसके आचरण और कर्म से होता है। वहीं, नाटक के बाद उपराज्यपाल ने अपने संबोधन में कहा कि यह नाटक उन शूरवीरों को समर्पित है, जिन्होंने आतंकी देश पाकिस्तान को सबक सिखाया और अपने साहस, बलिदान, पराक्रम और न्याय का परिचय भी दिया।
सिन्हा ने युवाओं से आग्रह किया कि वे देश की सेवा करने और इसके विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए आगे आएं। उन्होंने कहा कि जैसे सैनिक सीमा की रक्षा में डटे हुए हैं, वैसे ही युवाओं को भी नवाचार और आर्थिक विकास में योगदान देना चाहिए। सिन्हा ने कहा कि राष्ट्रकवि दिनकर की किसी अन्य के साथ तुलना नहीं की जा सकती है। वह अतुलनीय रहेंगे। उनकी कविताएं कालजयी हैं।
उपराज्यपाल ने यूनिवर्सिटी के लिटरेरी क्लब की मैगजीन लिटिजन का विमोचन भी किया। इस मौके पर जम्मू विवि के कुलपति प्रो. उमेश राय, स्कास्ट जम्मू के कुलपति प्रो. बीएन त्रिपाठी, श्री माता वैष्णो देवी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. प्रगति कुमार, उपराज्यपाज के प्रमुख सचिव डॉ. मंदीप भंडारी, ईएमई नार्दन कमांड के एमजी मेजर जनरल संजय कुमार व कई गणमान्य लोग भी मौजूद थे।
प्राचीन काल से हमारे देश में रही है कर्म की महत्ता राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर के कालजयी नाटक रश्मिरथी को लेकर उपराज्यपाल ने कहा कि यह हमारे प्राचीन इतिहास ही नहीं, हमारे प्राचीन मूल्यों को भी दर्शाता है। यह कर्म की महत्ता बताता है। यह परंपरा हमारे देश में प्राचीन काल से चली आ रही है। इसलिए युवाओं को भी कर्म में विश्वास करना चाहिए और देश को मजबूत बनाने में अपना योगदान देने के लिए तैयार होना चाहिए।
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