Jammu Kashmir: उपराज्यपाल सिन्हा ने कहा-सुरक्षित हैं अफगानिस्तान में फंसे प्रोफेसर, जल्द परिवार के बीच होंगे
कश्मीर के ये दोनों प्रोफेसर बखतार विश्वविद्यालय काबुल में पढ़ाते हैं। विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार अपने हरेक नागरिक को सुरक्षित वापस लाने के ...और पढ़ें

श्रीनगर, राज्य ब्यूरो: अफगानिस्तान पर तालिबान के सत्तासीन होने के बाद से उपजे हालात में फंसे सैंकड़ों भारतीयों में तीन कश्मीरी भी हैं। इनमें से दो प्रोफेसर हैं औेर काबुल स्थित बखतार विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं। उनकी कुशलक्षेम को लेकर चिंतित परिजनों को सांत्वना देते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस बात का विश्वास दिलाया कि प्रोफेसर आसिफ और प्रोफेसर आदिल रसूल पूरी तरह सुरक्षित हैं और जल्द ही अपने परिवार के साथ यहां होंगे।
अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर इस बात की जानकारी देते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि उन्होंने इस संबंध में विदेश राज्यमंत्री वी मुरलीधरन से बात हुई है। उन्हें बताया गया कि कश्मीर के ये दोनों प्रोफेसर बखतार विश्वविद्यालय काबुल में पढ़ाते हैं। विदेश राज्यमंत्री ने कहा कि भारत सरकार अपने हरेक नागरिक को सुरक्षित वापस लाने के लिए वचनबद्ध है। अफगानिस्तान में फंसे प्रत्येक भारतीय को वापस लाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
Spoke to MoS Foreign Affairs,
Shri V Muraleedharan Ji for immediate evacuation of professors from Kulgam teaching at Bakhtar University in Kabul.He has assured the government is committed to bring back every Citizens safely as soon as possible.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) August 17, 2021
वहीं जम्मू-कश्मीर स्टुडेंट्स यूनियन के प्रवक्ता नासिर खुहेमी ने कहा कि मैंने इन तीनों के परिजनाेें से बातचीत की है। यह तीनों ही दक्षिण कश्मीर में कुलगाम के रहने वाले हैं। इनमें एक आसिफ अहमद शाह हैं जो बखतार विश्वविद्यालय में इकोनामिक्स के प्रोफेसर हैं और दूसरे आदिल रसूल हैं। आदिल वहां मैनेजमेंट के प्रोफेसर हैं। आसिफ अहमद शाह के साथ उनकी पत्नी भी हैं।
https://www.jagran.com/jammu-and-kashmir/jammu-lg-manoj-sinha-said-prof-asif-ahmed-and-prof-adil-rasool-are-safe-in-kabul-and-will-be-home-soon-21934872.html
नासिर के अनुसार, अफगानिस्तान में फंसेे तीनों कश्मीरियों के परिजनों के मुताबिक फिलहाल तीनों वहां सुरक्षित हैं और उनके साथ् फोन पर बातचीत हुई है। लेकिन भारत सरकार को चाहिए कि वह उन्हें जल्द से जल्द वापस अपने मुल्क लाने के लिए उचित कार्रवाई करें।

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