Jammu: एलजी मनोज सिन्हा ने तिरुपति बालाजी मंदिर का किया उद्घाटन, भक्तों के लिए खोले गए कपाट
जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने जम्मू के सिधरा में तिरुपति बालाजी मंदिर का उद्घाटन किया। मंदिर को 62 एकड़ भूमि पर लगभग 25 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है। प्रदेश के पहले तिरुपति बालाजी के मंदिर के कपाट आज भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं।

जम्मू, जागरण संवाददाता: जम्मू-कश्मीर के एलजी मनोज सिन्हा ने जम्मू के सिधरा में तिरुपति बालाजी मंदिर का उद्घाटन किया। मंदिर को 62 एकड़ भूमि पर लगभग 25 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है और निर्माण कार्य दो साल की अवधि में पूरा किया गया था। प्रदेश के पहले तिरुपति बालाजी के मंदिर के कपाट आज भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं।
जम्मू इंतजार की घड़ियां समाप्त हुई। मंदिरों के शहर जम्मू में शिवालिक पहाड़ पर बने पहले तिरुपति बालाजी मंदिर के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए हैं। आंध्र प्रदेश से आए भगवान वेंकटेश्वर के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा है।
जम्मू-श्रीनगर हाईवे पर स्थित सिद्धड़ा के मजीन गांव में जहां पहले सुनसान होता था, वहां आज जय वेंकटेश, जय गोविंदा के जयघोष गूंज रहे हैं। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने मंदिर का विधिवत उद्घाटन किया। इस दौरान केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी कृष्ण रेड्डी, केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ जितेंद्र सिंह, सांसद जुगल किशोर, मेयर रजिंद्र शर्मा सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी व राजनीतिज्ञ भी मौजूद रहे।
मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के समापन के बाद ही बुधवार भगवान बालाजी की मूर्ति मंदिर में स्थापित कर दी गई थी। आज सुबह से ही भगवान के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओ का आना आरंभ हो गया था। उपराज्यपाल ने जम्मू वासियों के लिए इस अवसर को आलौकिक बताते हुए कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि त्रिकुट पर्वत पर मां वैष्णो, कश्मीर में बाबा अमरनाथ और अब शिवालिक वनों में भगवान वेंकटेश्वर लोगों का कल्याण करने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि इससे धार्मिक पर्यटन को और बढ़ावा मिलेगा।
आपको बता दें कि मंदिर का उद्घाटन वर्चुअल तरीके से गृहमंत्री अमित शाह ने करना था परंतु व्यस्तता के कारण वह कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गृहमंत्री की ओर से इसके लिए क्षमा मांगते हुए बताया कि अमित शाह जी ने यह वायदा किया है कि वह जब कभी भी जम्मू में किसी कार्यक्रम के लिए आते हैं तो वह सबसे पहले भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करेंगे उसके बाद ही किसी अन्य कार्यक्रम में शामिल होंगे।
वहीं केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि तिरुपति बाला देवस्थानम ट्रस्ट सनातन परम्पराओं को फिर से सशक्त और जीवंत बना रहा है। यह मंतातरण को रोकने का भी काम करता है। उन्होंने कहा कि आज यहां जम्मू में तिरुपति बाला जी का मंदिर खुलने दुनियाभर में एक बार फिर कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत की एकात्मकता और आध्यात्मिक एकता का संदेश गया है।
दूसरे चरण में बनाई जाएगी पाठशाला
अध्यात्मिक केंद्र व स्वास्थ्य केंद्र जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने तिरुपति बालाजी मंदिर के लिए तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम को 62 कनाल भूमि दी है। अभी तक पहले चरण में 32 करोड़ की लागत से भव्य मंदिर, स्टाफ क्वार्टर, शौचालय, पार्किंग व मुख्य सड़क का निर्माण किया गया है। दूसरे चरण की शुरूआत भी बहुत जल्द की जाएगी।
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि अगले चरण में वेद पाठशाला, स्वास्थ्य केंद्र, आध्यात्मिक केंद्र बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इन सबका जम्मूवासियों काे बेहतर लाभ मिलेगा। मंदिर में स्थापित की गई है आठ फुट की भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति तिरुपति बालाजी मंदिर में स्थापित भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। विशेष काले पत्थर से निर्मित करीब आठ फुट यह मूर्ति मुख्य मंदिर के गर्भ गृह में स्थापित की गई है।
भगवान वेंकटेश्वर का श्रृंगार, विशेष पूजा लोगों को अध्यात्मक की अनुभूति करा रही है। इसके अलावा मां पद्मावती व श्रीविल्लिपुथुर अंडाल सहित अन्य देवी देवताओं की मूर्ति के दर्शनों के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें देखने को मिली। यह मूर्तियां भी पांच फुट के करीब हैं। यह सभी मूर्तियां आंध्र प्रदेश के गुंतूर जिले से लाई गई हैं।
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