गृह मंत्रालय से लद्दाख के संगठनों की बैठक कल, जानें पांच महीने बाद शुरू हो रही बातचीत में क्या होगा खास?
कल गृह मंत्रालय लद्दाख के संगठनों के साथ महत्वपूर्ण बैठक करेगा, जो पांच महीने बाद हो रही है। इस बैठक में राज्य का दर्जा, संवैधानिक सुरक्षा और स्थानीय नौकरियों में आरक्षण जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। लेह एपेक्स बॉडी और कारगिल डेमोक्रेटिक एलायंस के प्रतिनिधि भाग लेंगे।

पिछली बैठकों में खास प्रगति नहीं हुई, इसलिए इस बार सकारात्मक परिणाम की उम्मीद है।फाइल फोटो।
राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर बुधवार को गृह मंत्रालय से सब कमेटी की बैठक करने के लिए लेह अपेक्स बाडी व कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के नेता दिल्ली पहुंच गए हैं। केंद्र सरकार की सब कमेटी की इस बैठक की अध्यक्षता गृह राज्यमंत्री नित्यानंद करेंगे। बैठक में दोनों संगठनों के तीन तीन प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।
गृह मंत्रालय से लद्दाख के संगठनों की करीब पांच महीने के बाद शुरू हो रही बातचीत की प्रक्रिया के दौरान राज्य दर्जे, संविधान की छठी अनुसूची के साथ 24 सितंबर के हिंसक प्रदर्शनों के बाद गिरफ्तार किए सोनम वांगचुक व हिरासत में रखे गए अन्य लद्दाखियों की तत्काल रिहाई का मुद्दा जोरशोर से उठेगा। लद्दाख के संगठनों को उम्मीद है कि इस बैठक में केंद्र सरकार अपना साकारात्मक रवैया दिखाएगा।
केंद्र सरकार से बैठक को लेकर गतिरोध लेह में हिसंक प्रदर्शन के दौरान 4 लोगों की मौत के मामले में न्यायिक जांच की घोषणा से समाप्त हुआ था। लद्दाख में आंदोलन कर रहे संगठनों ने इस बैठक से बड़ी उम्मीदें लगाई हैं। सूत्रों के अनुसार लद्दाख के गृहमंत्रालय से सब कमेटी की बैठक दिल्ली में बुधवार दोपहर को होगी। इससे पहले लद्दाख के संगठनों के प्रतिनिधि बुधवार सुबह बैठक में अपनी संयुक्त रणनीति बनाएंगे।
नेता मंगलवार दोपहर को लेह से दिल्ली पहुंचे
बैठक में हिस्सा लेने के लिए लेह अपेक्स बाडी के नेता मंगलवार दोपहर को लेह से दिल्ली पहुंचे गए। वहीं कारगिल से श्रीनगर होते हुए दिल्ली पहुंचने में कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के नेताओं को देर लग गई। ऐसे में मंगलवार शाम को दोनों संगठनों की बैठक संभव नही हो पाई। बुधवार सुबह होने वाली बैठक में दोनों संगठन यह तय करेंगे कि किस तरह से एकजुटता से लद्दाख के मुद्दों का समाधान के लिए केंद्र सरकार पर दवाब बनाया जाएगा।
लेह अपेक्स बाडी की ओर से केंद्र सरकार से होने वाली इस बैठक में अध्यक्ष व पूर्व सांसद थुप्स्तन छिवांग के साथ सह अध्यक्ष छेरिंग दोरजे व अशरफ हिस्सा ले रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस की ओर से इस बैठक में असगर अली करबलई, कमर अली अखून व सज्जाद कारगिली हिस्सा लेंगे। उनके साथ लद्दाख के सांसद हाजी हनीफा जान व दोनों संगठनों की पैरवी करने वाले वकील हाजी मुस्तफा भी बैठक में मौजूद रहेंगे।
केंद्र सरकार को अपना साकारात्मक रवैया दिखाना होगा
दिल्ली पहुंचे छेरिंग दोरजे ने जागरण को बताया कि बैठक में केंद्र सरकार को अपना साकारात्मक रवैया दिखाना होगा। राज्य दर्जे व छठी अनुसूचि हमारी मुख्य मांगे हैं, इन पर बात होना जरूरी है। हमें उम्मीद है कि इस बार दोनों मुद्दों पर अच्छे माहौल व खुले दिल से बात होगी। वहीं सज्जाद कारगिली का कहना है कि हम दिल्ली में हो रही बैठक में लद्दाखियों से इंसाफ किए जाने का मुद्दा जोरशोर से उठाएंगे। हम विश्वास है कि उचित बातचीत ही लद्दाखियों का विश्वास बहाल करने के साथ उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है।
सब कमेटी की बैठक में 24 सितंबर को उपजे हालात के बाद पकड़े गए सोनम वांगचुक व अन्य लोगों की रिहाई का मुद्दा भी उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सब कमेटी की यह बैठक अहम साबित होगी। इसमें गृहमंत्रालय का लद्दाख के लोगों को लेकर रवैया स्पष्ट हो जाएगा। हम लद्दाख के लोगों की मांगों को लेकर अडिग हैं। इससे पहले दोनों संगठनों की दिल्ली में बैठक 27 मई को हुई थी।
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