लद्दाख में भारी बारिश से बढ़ा लैंडस्लाइड और बाढ़ का खतरा, रेड अलर्ट जारी
पूर्वी लद्दाख में पिछले तीन दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। लेह और कारगिल में भी बारिश की तीव्रता अधिक रहने की संभावना है। प्रशासन ने खतरे वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है और स्थिति की निगरानी कर रहा है।

राज्य ब्यूरो, जम्मू। पूर्वी लद्दाख में पिछले तीन दिने हो रही भारी बारिश के कारण क्षेत्र में भूस्खलन व बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विज्ञान विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
मौसम विज्ञान विभाग के लद्दाख के निदेशक सोनम लोटस ने कहा कि मध्य लद्दाख के साथ लेह व कारगिल में भी बारिश की तीव्रता अधिक रहने की संभावना है। पूर्वी लद्दाख में 72 घंटों से लगातार बारिश हो रही है तो लेह में भी रुक-रुक जारी है। उन्होंने बताया कि चार सितंबर से मौसम में सुधार की संभावना है। लद्दाख में प्रशासन मौसम की चुनौतियों का सामना करने के लिए पूरी चौकसी बरत रहा है।
एहतियात के तौर पर स्थानीय प्रशासन ने बाढ़, भूस्खलन के खतरे वाले इलाकों में रहने वाले सभी निवासियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। भारी बारिश से उपजी स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है। उपराज्यपाल कविंद्र ग्रुप्ता ने प्रदेश प्रशासन के साथ आपदा प्रतिक्रिया बल को किसी भी प्रकार की स्थिति का सामना करने के लिए सर्तक रहने के लिए कहा है।
जम्मू कश्मीर में रेड अलर्ट वाले जिलों में पुंछ, मीरपुर, राजौरी, रियासी, जम्मू, रामबन, ऊधमपुर, सांबा, कठुआ, डोडा और किश्तवाड़ शामिल हैं। जम्मू में किश्तवाड़ के चशोती, कठुआ व डोडा में बादल फटने, माता वैष्णो देवी में भूस्खलन व जम्मू में तवी नदी व चिनाब नदी में बाढ़ से भारी तबाही हुई है।
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