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    Kot Bhalwal Jail : कोट भलवाल जेल में वर्षों से बंद पड़े हैैं जैमर, सिमकार्ड की तलाश में परिसर में चलाया अभियान

    By Rahul SharmaEdited By:
    Updated: Wed, 15 Jun 2022 10:15 AM (IST)

    Kot Bhalwal Jail Jammu जैमर बंद होने का लाभ वहां बंद कैदियों ने उठाया। वह जेल पुलिस की मिलीभगत से मोबाइल फोन अंदर लाने में सफल होते रहे हैैं। मौजूदा समय में इस जेल में प्रवेश के लिए एक ही द्वार है। यहां एक्स-रे और मेटल डिटेक्टर लगा है।

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    घरोटा एसएचओ राजेश खजूरिया ने बताया कि मोबाइल फोन और डोंगल को साइबर सेल में भेज दिया है।

    जम्मू, दिनेश महाजन : अति संवेदनशील जम्मू की कोट भलवाल जेल में सोमवार को तीन मोबाइल फोन बरामद होने पर यहां की सुरक्षा को लेकर फिर लापरवाही सामने आई है। मोबाइल फोन जैसी सामग्री को अंदर ले जाने से रोकने के लिए वर्ष 2014 में लगाए गए आठ जैमर खराब पड़े हैैं। उसकी मरम्मत के लिए तब गृह विभाग ने कंपनी से समझौता नहीं किया था। नतीजतन मरम्मत और रखरखाव के अभाव में जैमर बंद पड़े हैैं।

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    जैमर बंद होने का लाभ वहां बंद कैदियों ने उठाया। वह जेल पुलिस की मिलीभगत से मोबाइल फोन अंदर लाने में सफल होते रहे हैैं। मौजूदा समय में इस जेल में प्रवेश के लिए एक ही द्वार है। यहां एक्स-रे और मेटल डिटेक्टर लगा है। भीतर जाने वाला हर सामान एक्स-रे और मेटल डिटेक्टर से होकर ही गुजरता है।

    कोर्ट भलवाल जेल में इस समय करीब एक हजार बंदी हैैं। इनमें 400 आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के आरोप में बंद हैैं। इनमें से करीब 150 विदेशी हैैं, जिनमें सबसे अधिक पाकिस्तान और म्यांमार के हैैं। जेल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोट भलवाल जेल में नए जैमर की खरीद के लिए टेंडर निकाल दिए गए हैैं। जैसे ही धनराशि मंजूर होगी, नए जैमर लगा दिए जाएंगे।

    साइबर सेल में भेजे बरामद मोबाइल फोन : कोट भलवाल जेल से बरामद तीन मोबाइल फोन और एक डोंगल को घरोटा पुलिस ने जांच के लिए साइबर सेल में भेज दिया है। फोन के आइएमईआइ नंबर के आधार पर साइबर सेल पता लगा रही है कि फोन से कहां और किससे बात हुई। हालांकि तीनों स्मार्ट फोन नहीं हैैं। इससे यह बात स्पष्ट है कि इन फोन से कैदी इंटरनेट का प्रयोग नहीं कर रहे थे। फोन बात करने के लिए ही प्रयोग हो रहा था। इन तीनों फोन को प्रयोग करने वाले कैदी ने बैरक के पास शौचालय की दीवार के पीछे मैदान में पत्थरों के नीचे पालीथिन के लिफाफे में छिपा कर रखा था। जेल पुलिस को मोबाइल फोन तो बरामद हुए हैैं, लेकिन सिमकार्ड नहीं मिले हैैं। घरोटा एसएचओ राजेश खजूरिया ने बताया कि मोबाइल फोन और डोंगल को साइबर सेल में भेज दिया है।

    जेल पुलिस के हाथ नहीं लगे सिमकार्ड : बीते सोमवार को जेल पुलिस ने तीन मोबाइल फोन बरामद किए थे, लेकिन उसके सिमकार्ड नहीं मिले थे। जेल पुलिस ने सीआरपीएफ कर्मियों की मदद से मंगलवार को सिमकार्ड की तलाश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। कयास लगाए जा रहे हैैं कि मोबाइल फोन का प्रयोग करने वाले कैदी ने सिमकार्ड को तोड़ कर कहीं फेंक दिया होगा।

    अंदर फोन पहुंचने में लापरवाही यहां : कोट भलवाल में वर्षों तक काम कर चुके जेल पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जेल में आए दिन कोई न कोई निर्माण चलता रहता है। ऐसे में बाहर से श्रमिक और निर्माण सामग्री को वाहनों में जेल के भीतर लाया जाता है। इसके अलावा जेल में राशन व खाद्य सामग्री आती है। ऐसे में कोई भी मोबाइल फोन को छिपा कर जेल तक पहुंचा सकता है। जेल परिसर में पूर्ण रूप से जैमर लगने के बाद ही मोबाइल फोन का प्रयोग बंद हो सकता है।

    पहले भी कोट भलवाल जेल से बरामद हो चुके मोबाइल फोन

    • 15 जुलाई 2021 सीआइडी छापे के दौरान जेल से फोन बरामद।
    • 1 फरवरी 2021 कोट भलवाल जेल से फोन बरामद हुए थे।
    • 12 अप्रैल 2020 को पाकिस्तानी कैदी से मोबाइल फोन और सिमकार्ड बरामद हुआ।
    • 21 जनवरी 2019 में जेल में मोबाइल फोन फेंका गया था। जिसे सुरक्षा बलों ने बरामद कर लिया था। 

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