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    Ladakh News: कविन्द्र गुप्ता बने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल, जानिए कैसा रहा है इनका राजनीतिक सफर

    Updated: Mon, 14 Jul 2025 03:30 PM (IST)

    भाजपा नेता कविन्द्र गुप्ता लद्दाख के नए उपराज्यपाल नियुक्त किए गए हैं। राष्ट्रपति भवन ने उनकी नियुक्ति की घोषणा की जिसके बाद उन्होंने सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर डा. बीडी मिश्रा का स्थान लिया। गुप्ता जो राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े रहे हैं पहले जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री और विधानसभा स्पीकर भी रह चुके हैं।

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    गुप्ता की नियुक्ति से लद्दाख में विकास की उम्मीद है और स्थानीय लोग उनकी नेतृत्व क्षमता को लेकर उत्साहित हैं।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। भाजपा के वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व उपमुख्यमंत्री कविन्द्र गुप्ता केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के नए उपराज्यपाल होंगे। राष्ट्रपति भवन ने सोमवार को उन्हें नियुक्त करने की घोषणा की। उन्हें सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर डा. बीडी मिश्रा की जगह नियुक्त किया।

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    इससे पहले राष्ट्रपति ने डा. बीडी मिश्रा का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। इसके बाद कविन्द्र गुप्ता की नियुक्ति की। दो दिसंबर 1959 को जन्मे गुप्ता अपने विद्यार्थी काल से ही राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गए थे। मात्र 13 वर्ष की आयु में ही उन्होंने आरएसएस ज्वाइन की थी। देश में इमरजेंसी के दौरान वह 13 महीनों तक जेल में भी बंद रहे। 1978 से 1979 तक वह विश्व हिंदू परिषद पंजाब के सचिव रहे।

    वह 1993 से 1998 तक जम्मू-कश्मीर भारतीय जनता युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। यही नहीं वह जम्मू के रिकार्ड तीन बार मेयर चुने गए। उनका मेयर का कार्यकाल वर्ष 2005 से 2010 तक रहा। वर्ष 2014 में उन्होंने गांधीनगर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और उस समय उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रमण भल्ला को हराया था। 19 मार्च 2015 को उन्हें विधानसभा का स्पीकर चुना गया। वह जम्मू-कश्मीर में भाजपा के पहले नेता थे जिन्हें स्पीकर चुना गया।

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    30 अप्रैल 2018 को जब मंत्रिमंडल में फेरबदल हुआ तो कविन्द्र गुप्ता जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री चुने गए। उन्हें भाजपा के ही निर्मल कुमार सिंह की जगह पर उपमुख्यमंत्री बनाया गया। लेकिन भाजपा द्वारा पीडीपी सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद मात्र 51 दिनों के बाद ही उन्हें उपमुख्यमंत्री के पद से त्यागपत्र देना पड़ा।

    वह जम्मू-कश्मीर भाजपा की प्रदेश इकाई के सचिव भी रहे हैं। कविन्द्र गुप्ता अपने बेबाक बयानों के लिए भी जाने जाते हैं।

    केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के उपराज्यपाल के पद पर हुई उनकी नियुुक्ति से जम्मू-कश्मीर में भी ,खुशी की लहर है। भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय लोग भी खुश है। उनका कहना है कि कविन्द्र गुप्ता की नियुक्ति से लद्दाख में विकास के नए युग की शुरूआत होगी। वह वहां की राजनीति व समस्याओं से भलीभांति परिचित है। लद्दाख के लोगों की मांगों को पूरा करने में भी वे अहम भूमिका निभाएंगे।  

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    प्रदेश भाजपा की शान कविंद्र गुप्ता जम्मू-कश्मीर राज्य के अंतिम उपमुख्यमंत्री रहे तो वहीं जम्मू के पहला मेयर बनने का ताज भी उन्हीं के सिर बंधा था। अब उन्हें लद्दाख का उपराज्यपाल बनाया गया है। कविंद्र को वर्ष 2005 में पहली बार फादर आफ द सिटी यानि मेयर बनने का मौका मिला और वह लगातर तीन वर्ष तक जम्मू नगर निगम के मेयर रहे। तब मेयर का कार्यकाल एक वर्ष का था।

    वह शहर के वार्ड नंबर 36, जानीपुर से कारपोरेटर चुने गए थे। वर्ष 2014 में कार्यकाल समाप्त होने के बाद उन्हाेंने वर्ष 2014 के जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में उन्होंने भाजपा के सदस्य के रूप में चुनाव लड़ा। तब वह गांधीनगर निर्वाचन क्षेत्र से विधायक चुने गए। तब उन्होंने कांग्रेस के रमन भल्ला को हराया। उन्हें 19 मार्च 2015 को विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया। वह अध्यक्ष नियुक्त होने वाले भाजपा के पहले नेता भी बने थे।

    गुप्ता को 30 अप्रैल 2018 को कैबिनेट फेरबदल के तहत जम्मू-कश्मीर राज्य का उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया गया। उन्होंने वरिष्ठ भाजपा नेता डा. निर्मल सिंह का स्थान लिया था। 19 जून 2018 को भाजपा द्वारा पीडीपी के साथ गठबंधन से बाहर निकलने के बाद गुप्ता ने शपथ लेने के 51 दिन बाद उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।