Katra Accident: बस नंबर और टोल पर्ची के बीच अटकी हादसे की जांच, वैष्णो देवी जाते समय 10 लोगों की हुई थी मौत
हादसे का शिकार हुई बस अमृतसर की प्रिंस ट्रेवल एजेंसी की थी। एजेंसी के संचालक सुनील कुमार ने बताया कि हादसे में मारा गया बस चालक अमृतसर निवासी गणेश कुमार शर्मा पिछले छह-सात वर्ष से उनकी एजेंसी की बस लेकर अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा आया करता था।

जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू में सड़क हादसे की जांच फिलहाल बस नंबर और टोल पर्ची के ईर्द-गिर्द अटकी है। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में पंजीकृत बस अमृतसर से कटड़ा जा रही थी और झज्जर-कोटली के पास खड्ड में गिर गई थी और उसमें ड्राइवर समेत दस लोगों की मौत हो गई थी और 64 अन्य घायल हो गए थे। हादसे के दौरान घटनास्थल से दो नंबर प्लेट मिली थी और बताया जा रहा है कि एक नंबर की बस के दस्तावेज पूरे नहीं हैं।
हालांकि बस संचालक ने साफ किया है मुंडन के लिए बच्ची के ताया ने दस दिन पूर्व ही बस की बुकिंग करवाई थी और बस के तमाम दस्तावेज पूरे हैं और बस पूरी तरह से फिट है। हालांकि पुलिस यह जांच करने में जुटी है हाईवे पर टोल का भुगतान किस नंबर की बस का हुआ। इस बीच यह भी तथ्य सामने आया है कि हादसे से पूर्व बस सड़क किनारे खड़े ट्रक से भी टकराई थी। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
बस की बुकिंग करवाने वाले राजेश कुमार ने बताया कि तान्या की मां ने बाणगंगा में उसका मुंडन करवाने की मन्नत की थी, जिसके लिए सब लोगों को अमृतसर से बस में कटड़ा ले जाया जा रहा था। इससे पूर्व उन्होंने बिहार, दिल्ली व अमृतसर में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को 29 मई की सुबह ही अमृतसर बुला लिया था। राजेश ने बताया कि बस चालक बहुत तेज रफ्तार से गाड़ी चला रहा था। उन्होंने इस पर उसे कई बार टोका भी था। जब यह हादसा हुआ तब बस में सवार अधिकतर लोग सो रहे थे। अमृतसर से कटड़ा आते समय बस को कहीं पर भी नहीं रोका गया था।
हादसे का शिकार हुई बस अमृतसर की प्रिंस ट्रेवल एजेंसी की थी। एजेंसी के संचालक सुनील कुमार ने बताया कि हादसे में मारा गया बस चालक अमृतसर निवासी गणेश कुमार शर्मा पिछले छह-सात वर्ष से उनकी एजेंसी की बस लेकर अमृतसर से श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा आया करता था। उन्होंने बताया कि बच्ची तान्या के ताया राजेश कुमार ने कटड़ा अपने रिश्तेदारों को ले जाने के लिए एक सप्ताह पूर्व 38 हजार रुपये में बस की बुकिंग करवाई थी।
उपमंडल पुलिस अधिकारी (एसडीपीओ) आकाश कोहली का कहना है कि बस संचालक ने दस्तावेज पूरे होने का दा किया है। अभी जांच चल रही है। पुल से बस के नीचे गिरने से पूर्व उसके सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से टकराने की बात भी सामने आ रही है। इसकी जांच के लिए मेकेनिकल एक्सपर्ट का सहारा लिया जा रहा है। हादसे के वक्त ट्रक में कोई भी सवार नहीं था।
पंजाब का बना है बस चालक का लाइसेंस
झज्जर कोटली के थाना प्रभारी आजाद मन्हास ने बताया कि चालक की पहचान उसकी जेब से मिले ड्राइविंग लाइसेंस नंबर पीबी0220130239858 से हुई थी। चालक गणेश शर्मा का लाइसेंस पंजाब का ही बना हुआ है और यह भारी वाहन चलाने के लिए बनाया गया है।
अलीगढ़ आरटीओ आफिस से पंजीकृत है बस
बस मालिक कुणाल सिंह ने बताया कि उनकी स्लीपर बस वर्ष 2019 में उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में आरटीओ कार्यालय से पंजीकृत है। उन्होंने दावा किया कि उनकी बस (यूपी81सीटी-0999) के सभी दस्तावेज पूरे हैं, जिसमें फिटनेस भी शामिल है। कुणाल ने कहा कि घटनास्थल से मिली दूसरी नंबर प्लेट यूपी81सीटी-3537 भी उनकी बस की ही है। उस बस के दस्तावेज अभी पूरे नहीं है, इसलिए वह उस बस को नहीं चलाते हैं। उस बस की फिटनेस जांच के दौरान नंबर प्लेट को उतारकर दुर्घटनाग्रस्त हुई बस में रख दी होगी और हादसे के दौरान सड़क पर गिरी मिली।

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