Move to Jagran APP

Kashmir University: नहीं रहे कश्मीर विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी प्रो. रियाज पंजाबी

प्रो. पंजाबी ने 1 जनवरी 2008 से 1 जून 2011 तक कश्मीर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे। इस दौरान उन्होंने कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों का आयोजन किया। कई संस्थाओं ने उन्हें उनके कार्यो के लिए सम्मानित किया। जम्मू यूनिवर्सिटी में आयोजित कई कार्यक्रमों में उन्होंने भाग लिया ।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 08 Apr 2021 02:01 PM (IST)Updated: Thu, 08 Apr 2021 02:01 PM (IST)
Kashmir University: नहीं रहे कश्मीर विश्वविद्यालय के पूर्व वीसी प्रो. रियाज पंजाबी
उनकी सबसे बड़ी खूबी यही थी कि वह सभी को प्रोत्साहित करते थे ।

जम्मू, जागरण संवाददाता : साहित्य और शिक्षा की श्रेणी में पद्मश्री से सम्मानित कश्मीर विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर प्रो. रिजाज का निधन हो गया ।पारिवारिक सूत्रों अनुसार प्रो. पंजाबी ने वीरवार सुबह अपने दिल्ली स्थित आवास पर अंतिम सांस ली।

loksabha election banner

वह पिछले कुछ समय से बीमार चल रहे थे। उनके निधन से शिक्षा और साहित्य जगत से जुडे़ लोगों के बीच शोक की लहर है। उनके निधन पर कई सामाजित, राजनीतिक संगठनों ने शोक व्यक्त किया है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, सज्जद गनी लोन, जम्मू यूनिवर्सिटी डीन आर्ट्स विभागध्यक्ष उर्दू विभाग प्रो. शोहाब इनायत मलिक, डोगरी संस्था के अध्यक्ष प्रो. ललित मगोत्रा, जम्मू-कश्मीर कला संस्कृति एवं भाषा अकादमी के अतिरिक्त सचिव डा. अरविंद्र सिंह अमन आदि ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें अच्छे शिक्षाविद्द, साहित्यकार के अलावा अच्छा इंसान बताया ।

उन्हें साहित्य और शिक्षा की श्रेणी में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। प्रो. पंजाबी ने 1 जनवरी 2008 से 1 जून 2011 तक कश्मीर यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर रहे। इस दौरान उन्होंने कई राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों का आयोजन किया। कई संस्थाओं ने उन्हें उनके कार्यो के लिए सम्मानित किया। जम्मू यूनिवर्सिटी में आयोजित कई कार्यक्रमों में उन्होंने भाग लिया। उनकी सबसे बड़ी खूबी यही थी कि वह सभी को प्रोत्साहित करते थे ।

उन्होंने कानून में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। दर्जनों पुस्तकें लिखी एवं शोध पत्र लिखे। प्रो. पंजाबी ने विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों में एशिया, यूरोप, अफ्रीका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के विभिन्न हिस्सों में व्याख्यान दिया है । 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.