कश्मीर: स्नोफॉल से कश्मीर के पर्यटन उद्योग में आई तेजी, पर्यटकों की संख्या बढ़ने लगी; लोकल लोगों की हुई मौज
कश्मीर में हालिया स्नोफॉल के बाद पर्यटन उद्योग में तेजी आई है। पर्यटकों की संख्या में वृद्धि हुई है, जिससे स्थानीय लोगों को आर्थिक लाभ हो रहा है। स्नो ...और पढ़ें

कश्मीर: स्नोफॉल से कश्मीर के पर्यटन उद्योग में आई तेजी (File Photo)
जागरण संवाददाता,श्रीनगर। इस साल पहलगाम आतंकी घटना से बुरी तरह चरमरा चुके घाटी के पर्यटन उद्योग के लिए चिलेकलां के पहले दिन की बर्फबारी शुभ साबित हुई और इस ने इस उद्योग विशेषकर शीतकालीन पर्यटन क्षेत्र में नई जान फूंक दी है।
ट्रैवल ऑपरेटरों के अनुसार बर्फबारी के बाद उन्होंने पर्यटकों की पूछताछ और बुकिंग में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है।
बता देते हैं कि ताजा बर्फबारी ने गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग जैसे लोकप्रिय र्पयटन स स्थलों को शीतकालीन स्वर्ग में बदल दिया है, जिससे पर्यटकों और स्थानीय व्यवसायों दोनों में उत्साह का माहौल है।
कश्मीर ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन (टीएएएके) के अध्यक्ष रऊफ त्रंबू ने कहा कि बर्फबारी से पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों का आत्मविश्वास बढ़ा है। उन्होंने कहा, बर्फबारी के इस पहले दौर ने टूर आपरेटरों में उम्मीद जगा दी है। त्रंबू ने कहा, ताजा बर्फबारी के बाद से पर्यटकों के फोन और पूछताछ में तेजी से वृद्धि हुई है।
उन्होंने कहा कि आने वाले हफ्तों में अतिरिक्त बर्फबारी से पर्यटकों की रुचि और बढ़ सकती है। अगर एक-दो बार और बर्फबारी होती है, तो हमें पूछताछ, बुकिंग और पर्यटकों की आवाजाही में और भी अधिक उछाल की उम्मीद है। इधर अन्य ऑपरेटरों ने बताया कि उन्हें होटल बुकिंग, स्की किराए पर लेने, गोंडोला की सवारी और गाइडेड टूर के लिए ऑनलाइन पूछताछ मिल रही है।
श्रीनगर स्थित ट्रैवल आपरेटर और कनेक्ट कश्मीर मोबाइल के मालिक तौकीर ने कहा, पर्यटक बर्फ का अनुभव करने के लिए उत्सुक हैं, और प्रतिक्रिया अच्छी रही है। हमारे काउंटरों पर फिर से कतारें लगने लगी हैं और कई लोग मौके पर ही पैकेज फाइनल कर रहे हैं।'पर्यटन केंद्रों के होटलों, एडवेंचर एक्टिविटी संचालकों और रेस्तरां में भी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि देखी गई, वहीं पर्यटक भी ताजा बर्फबारी को लेकर उत्साहित थे।
तमिलनाड़ से आए र्पयटक उदव मलिक ने कहा,गुलर्मग से होकर आया हूं। र्बफ से ढक गया है। हमने खूब आनंद लिया। हम अपनी राइड बुक करने और ढलानों का आनंद लेने के लिए बेताब थे।
पूछताछ बढ़ने और बुकिंग में तेजी आने के साथ, कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र के हितधारकों को उम्मीद है कि बर्फबारी का यह पहला दौर एक शानदार शीतकालीन मौसम की नींव रखेगा।
बता देते हैं कि पहलगाम घटना के बाद उत्पन्न हुई स्थिति के चलते जम्मू कश्मीर प्रदेश विशेषकर घाटी में पर्यटन उद्योग औंधे मुंह गिर गया था। र्पयटकों द्वारा यहां का रुख न करने के चलते र्पयटन स्थलों पर सन्नाटा पसरा रहा इस उद्योग से जुड़े लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे थे।
हालांकि प्रशासन के साथ इस उद्योग से जुड़े लोगों ने उद्योग को फिर से पटरी पर लाने के लिए कड़े प्रयास किए। हाल ही में श्रीनगर में आयोजित हुई आल इंडिया डूर आपरेर्टस एसोेसिएशन का सम्मेलन इसी की एक कड़ी था। यहां के र्पयटन को फिर से पटरी पर लाने के लिए बालीवडुड़ सेलिब्रेटियों ने भी प्रचार किया जिसका जमीनी सितर पर थोड़ा थोड़ा प्रभाव दिखने लगा था।
वहीं शीतकालीन र्पटन उद्योग के लिए सबों की नजरें र्बफबारी पर टिकी हुई थी और सर्दियों के सब से कठिन दौर कहलाने वाले 40 दिवसीय चिलेकलां ने अपनी पारी के पहले ही दिन घाटी को र्बफबारी व बारिश की सौगात दी। हालांकि श्रीनगर समेत निचले इलाकों में अभी र्बफ ने अपने र्दशन नही कराए अलबत्ता गुलर्मग,पहलगाम,सोनर्मग तथा अन्य पहाड़ी क्षेत्र र्बफ की चादर से ढक गए हैं।

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