रेलवे ने कश्मीर में पहुंचाया नमक, दो हजार KM का सफर हुआ तय
कश्मीर में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हुई है। गुजरात से 1,350 टन नमक का रेल रैक 2,000 किलोमीटर की दूरी तय करके अनंतनाग पहुंचा। पहले सीमेंट और सैन्य सामान भी रेल से लाए गए थे। रेलवे से सामान भेजने पर कश्मीर के लोगों का खर्चा कम होगा और आपूर्ति सुनिश्चित होगी। रेल मंत्री ने इस उपलब्धि का वीडियो साझा किया।

कश्मीर तक पहुंची वंदे भारत एक्सप्रेस (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, श्रीनगर। कश्मीर में माल परिवहन के क्षेत्र में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल हुई है। 1,350 टन नमक रेल रैक के जरिये गुजरात के अहमदाबाद मंडल के खाराघोड़ा स्टेशन से अनंतनाग स्टेशन पर सफलतापूर्वक पहुंचा। यह रेल रैक लगभग 2,000 किलोमीटर की दूरी तय कर आया।
बता दें कि पहले सीमेंट, सैन्य साजो सामान, वाहन रेल रैक से कश्मीर पहुंच चुके हैं। जम्मू संभाग के वरिष्ठ संभागीय वाणिज्यिक प्रबंधक, उचित सिंघल ने कहा कि इस रेल परियोजना को लाभ अब जमीनी स्तर पर नजर आने लगा है।
औद्योगिक नमक कश्मीर में पहुंचाया गया है। औद्योगिक नमक का उपयोग टैनिंग, पल्प साबुन और कभी-कभी ईंट भट्ठा उद्योगों में किया जाता है। रेलवे नेटवर्क के जरिए घाटी में आवश्यक वस्तुओं की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित होगी, यात्रा का समय कम होगा और रसद लागत में कमी आएगी। इससे क्षेत्र की सड़क परिवहन पर निर्भरता भी कम होगी।
हमने देखा है कि राजमार्ग बंद होने की स्थिति में जब कश्मीर में ट्रकों से साजो सामान की आपूर्ति, प्रभावित होती है। गत माह कश्मीर में सीमेंट की आपूर्ति रेल के जरिए की थी। फलोत्पादकों का नुकसान बढ़ रहा था, रेलवे ने कश्मीर सेब को दिल्ली समेत देश की विभिन्न मंडियों तक पहुंचाया।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पोस्ट किया वीडियो इस मालगाड़ी से जुड़ा एक वीडियो रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर पोस्ट किया। उन्होंने इस लम्हे को बेहद खास बताया। रेलवे से सामान भेजने पर कश्मीर में रहने वाले लोगों के लिए खर्चा कम होगा। इससे लोगों को फायदा होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।