जम्मू-कश्मीर में कफ सिरप की जांच के लिए बड़े स्तर पर अभियान, जिला स्तर पर 40 सैंपल रोजाना उठाए जा रहे
जम्मू-कश्मीर ड्रग और फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन ने कफ सिरप से हो रही मौतों के बाद बाजार में उपलब्ध सभी कफ सिरप के सैंपल उठाने का फैसला किया है। स्वास्थ्य विभाग के निर्देश पर जिला स्तर पर टीमें 30-40 सैंपल ले रही हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा जा रहा है।

यह कदम मरीजों को गुणवत्ता वाली दवाइयां उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उठाया गया है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। जम्मू-कश्मीर के ड्रग और फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन ने मध्य प्रदेश में कफ सिरप से हो रही मौतों के बाद बड़ा कदम उठाया है। संगठन ने बाजार में उपलब्ध सभी प्रकार के कफ सीरप के सैंपल उठाकर उनका परीक्षण करने का फैसला किया है। ये सैंपल मार्डन ड्रग टेस्टिंग लैब कठुआ, कंबाइंड ड्रग एंड फूड टेस्टिंग लैब पटोली मंगोत्रियां जम्मू और ड्रग टेस्टिंग लैब डलगेट श्रीनगर में जांच के लिए भेजे जा रहे हैं।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रशासनिक सचिव डा. सैयद आबिद शाह के निर्देशों पर ड्रग एंड फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन की टीमें जिला स्तर पर औसतन तीस से चालीस सैंपल उठा रही हैं।
इन सभी को जांच के लिए मार्डन ड्रग टेस्टिंग लैब कठुआ, कंबाइंड ड्रग एंड फूड टेस्टिंग लैब पटोली मंगोत्रियां जम्मू और ड्रग टेस्टिंग लैब डलगेट श्रीनगर में भेजा जा रहा है। कठुआ में करीब दो वर्ष पहले लैब स्थापित की गई थी। निर्देश हैं कि कोई भी सैंपल फेल होने पर इसकी बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया जा सके।
ड्रग और फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन के एक उच्चधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य सचिव के निर्देशों के बाद बाजार में उपलब्ध सभी प्रकार के कफ सीरप व अन्य दवाइयों के सैंपल लेकर उन्हें परीक्षण के लिए भेजा जा रहा है। प्रयास है कि सभी की रिपोर्ट जल्दी आए ताकि मरीजों को गुणवत्ता की दवाइयां व कफ सिरप ही उपलब्ध हों।
ऐसे होती है जांच
जम्मू-कश्मीर के अस्पतालों में सप्लाई होने वाले कफ सिरप व अन्य दवाइयों को खरीदारी के बाद पहले जम्मू-कश्मीर मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन ड्रग टेस्टिंग लैब में भेजती है। कई बार सैंपल जम्मू-कश्मीर के बाहर भी भेते जाते हैं। इसके अतिरिक्त ड्रग और फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन भी अपने स्तर पर सैंपल उठाता है। सैंपल फेल होने पर पूरे बैच की सप्लाई रोक दी जाती है। अस्पतालों में बिना जांच के कोई भी दवा या सिरप का इस्तेमाल नहीं होता है। वहीं बाजार में उपलब्ध दवाइयों व सीरप के सैंपल भी ड्रग और फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन ही उठाती है।
जम्मू-कश्मीर में नहीं हुई सप्लाई
मध्य प्रदेश में जिस कोल्ड्रिफ कफ सीरप पीने से बच्चों की मौत हो रही है, उस कंपनी का सीरप जम्मू-कश्मीर में सप्लाई नहीं होता है। जम्मू-कश्मीर मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक ने इसकी पुष्टि की है। उनका कहना है कि यहां पर यह कंपनी सीरप सप्लाई नहीं करती है।हालांकि किसी ने अपने निजी स्तर यह सीरप मंगवाया हो, इसके बारे में किसी को जानकारी नहीं है। स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि वे हर प्रकार के सीरप की जांच करवा रहे हैं।
रामनगर में हुई थी 12 बच्चों की मौत
उधमपुर जिले के रामनगर में वर्ष 2019-20 में कोल्ड बेस्ट पीसी सीरप पीने से 12 बच्चों की मौत हो गई थी।इस सीरप में डायथालीन ग्लाइकोल को अधिक मात्रा मिली थी। मामला दर्ज होने के बाद सीरप के निर्माता सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया गया था जिन्हें बाद में जमानत पर रिहा कर दिया गया था। यह मामला अभी भी न्यायालय में चल रहा है।
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