Kargil Vijay Diwas 2025: आज भी देशसेवा की राह दिखा रहे कारगिल बलिदानी, जानें कैसी चल रही श्रद्धांजलि समारोह की तैयारियां
कारगिल युद्ध 1999 में बलिदानी हुए जवानों की याद में देशभक्ति के कार्यक्रम हो रहे हैं। 26वें कारगिल विजय दिवस की तैयारियों के बीच लद्दाख में श्रद्धांजलि कार्यक्रम जारी हैं। भारतीय सेना और वायु सेना ने टाइगर हिल पर चढ़ाई कर बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी। द्रास में सेवानिवृत्त कर्मियों ने भी बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की और तोलोलिंग टाइगर हिल जैसी चोटियों की लड़ाइयों को याद किया।

राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध में देश के लिए जान देने वाले सशस्त्र सेनाओं के बलिदानी देशसेवा करने की राह दिखा रहे हैं। उनकी याद में हो रहे कार्यक्रमों में देशभक्ति के नारे बुलंद हो रहे हैं। छब्बीसवें कारगिल विजय दिव मनाने की तैयारियों के बीच लद्दाख में सेना के बलदानियों को श्रद्धांजलि देने के कार्यक्रम जोरों पर हैं।
कारगिल युद्ध में चोटियों पर बैठे दुश्मन पर सटीक प्रहार करने वाली भारतीय सेना व भारतीय वायु सेना के संयुक्त दल ने 26वें कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में टाइगर हिल पर चढ़ाई कर उन बलिदानियों को श्रद्धांजलि दी जिन्होंने आपरेशन विजय व अपरेशन सफ़ेद सागर के दौरान दुश्मन को मार भगाते हुए बलिदान दिया था।
इस अभियान में सेना की 13 जम्मू कश्मीर राइफल्स, 16 ग्रेनेडियर्स व भारतीय वायु सेना के हवाई योद्धाओं ने हिस्सा लिया। वीरों ने टाइगर हिल पर तिरंगा फहराकर उन पलों को याद किया जब उनकी बटालियनों के वीरों ने वीरता के नए अध्याय लिखे थे।
वहीं कारगिल विजय दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रमों के चलते शुक्रवार को द्रास में सशस्त्र सेनाओं के सेवानिवृत कर्मियों के एक दल ने कारगिल युद्ध में जीत हासिल करते हुए बलिदान देने वाले 545 सैनिकों को श्रद्धांजलि दी।
इस दौरान सेवानिवृत कर्मियों ने तोलोलिंग, टाइगर हिल व बत्रा टाप जैसे उंची चोटियों को जीतने के लिए लड़ी गई लड़ाइयों को भी याद किया। सेवानिवृत सैन्य कर्मियों ने कारगिल व द्रास सेक्टर का दौरा करने के साथ स्थानीय निवासियों, सैन्यकर्मियों से भेंट की।
इसके साथ सेना के बलिदानियों की याद में 12 जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंटरी, 1/11 गोरखा राइफल्स व लद्दाख स्काउट्स ने कारगिल के प्वाइंट 4812 तक एक ट्रेकिंग का आयोजन किया गया। इस दौरान युद्ध स्थल पर एक वीर गाथा के आयोजन के दौरान महावीर चक्र विजेता कैप्टन कीशिंग क्लिफोर्ड नोंग्रुम, सुबेदार योगेंद्र लिम्बू, लद्दाख स्काउट्स के कैप्टन ताशी नुरबू, व हवलदार मोहम्मद यूसुफ की वीरता के हिस्सों को याद किया गया।
इस ट्रेकिंग अभियान में सैन्यकर्मियों के साथ क्षेत्र के निवासियों व स्कूलों बच्चों ने हाथों में तिरंगे लेकर देशभक्ति के नारे बुलंद किए।
आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष 26 जुलाई को मनाया जाने वाला यह कारगिल विजय दिवस देश के उन बलिदानियों को समर्पित है जिन्होंने 1999 में पाकिस्तान के साथ लगभग 60 दिनों तक चले युद्ध में बुराया हराया और विजय हासिल की। कारगिल विजय दिवस युद्ध में शहीद हुए इन्हीं भारतीय जवानों के सम्मान में मनाया जाता है।
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