जम्मू पावर डिस्ट्रिब्यूशन कारपोरेशन का बड़ा फैसला, बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ेगा असर, अब से लागू होगा यह नियम!
जम्मू पावर डिस्ट्रिब्यूशन कारपोरेशन लिमिटेड (JPDCL) ने बिजली उपभोक्ताओं के लिए एक नया नियम लागू किया है। अब सभी उपभोक्ताओं को अपने बिजली बिलों का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से करना होगा। इस फैसले का उद्देश्य डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना है। JPDCL ने विभिन्न ऑनलाइन भुगतान विकल्प प्रदान किए हैं।

नियमों का पालन न करने पर कार्रवाई की जाएगी।
अंचल सिंह, जागरण, जम्मू। जम्मू पावर डिस्ट्रिब्यूशन कारपोरेशन लिमिटेड के एक आदेश ने बिजली उपभोक्ताओं की नींद उड़ा दी है। आदेश के अनुसार अब बिजली का कनेक्शन लेने के लिए जमा की जाने वाली सिक्योरिटी सीधे कारपोरेशन के करंट एकाउंट में जमा होगी।
इससे पूर्व व्यवसायिक व औद्योगिक बिजली कनेक्शन लेने पर उपभोक्ता पीडीडी के नाम पर एक एफडीआर बनाता था जिसका मूल्य कनेक्शन लोड के हिसाब से होता था। यह एफडीआई विभाग के पास जमा रहती थी लेकिन इस पर मिलने वाला ब्याज उपभोक्ता का रहता था। अब कोई एफडीआर नहीं लगेगी। पैसा सीधा कारपोरेशन के खाते में जमा होगा और इसका ब्याज भी कारपोरेशन के खाते में जाएगा।
जेपीडीसीएल के इस आदेश का सबसे ज्यादा नुकसान कारोबारियों को होने वाला है जिन्हें बिजली का कनेक्शन लेने के लिए लाखों रुपये सिक्योरिटी जमा करवानी होती है। हालांकि आम उपभोक्ता को भी जेपीडीसीएल के इस करंट के झटके सहने ही पड़ेंगे। एक अनुमान के अनुसार 15 किलोवाट के कनेक्शन के लिए करीब 38,700 रुपये सिक्योरिटी जमा करवानी पड़ती है जबकि बिजनेसमैन एमवी में कनेक्शन लेते हैं।
पहले बिजली कनेक्शन लेने पर एफडीआर के रूप में पांच वर्ष के लिए सिक्योरिटी जमा करवानी होती थी। पांच वर्ष के लिए जमा इस एफडीआर के लिए उपभोक्ता को ब्याज भी मिलता था और उसका पैसा बर्बाद नहीं जाता था। अब ऐसा नहीं होगा।
सिक्योरिटी सीधे कारपोरेशन के करंट एकाउंट में जमा होगी और कोई ब्याज नहीं मिलेगा। अपितु जेपीडीसीएल का दावा है कि जब कनेक्शन बंद करवाया जाएगा तो सिक्योरिटी वापस करवा दी जाएगी।
बिजली उपभोक्ताओं की संख्या 23.75 लाख पहुंची
बिजली उपभोक्ताओं की संख्या में वृद्धि जारी है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मार्च 2024 में 23.45 लाख कनेक्शन थे जबकि नवंबर 2024 में 23.65 लाख कनेक्शन थे जबकि मौजूदा समय में इनकी संख्या 23.75 लाख के करीब है। इसके अतिरिक्त इस क्षेत्र में खाद्य और उपभोक्ता मामलों के विभाग की सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत लगभग 101.75 लाख लाभार्थी पंजीकृत हैं, जिनमें राशन कार्डधारक भी शामिल हैं।
बिजली खपत बढ़कर 1532 किलोवाट प्रति घंटा हो गई
वहीं वर्ष 2020-21 से 2023-24 तक जम्मू-कश्मीर में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत लगातार बढ़कर 1322 किलोवाट से 1532 किलोवाट प्रति घंटा हो गई है। इस प्रवृत्ति से स्पष्ट होता है कि 13.41 मिलियन से बढ़कर 13.70 मिलियन हो गई जनसंख्या के बीच बिजली की खपत बढ़ी है। इस अवधि में खरीदी व खपत की गई यूनिटें 17,721.76 मिलियन से बढ़कर 20,985.70 मिलियन यूनिट हुई हैं।
ऐसे बनती है सिक्योरिटी
एक किलोवॉट के कनेक्शन के लिए घरेलू उपभोक्ता को 750 रुपये सिक्योरिटी जमा करवानी होती है। 5 किलोवॉट के लिए यह सिक्याेरिटी 3750 रुपये रहती है। वहीं कामर्शियल उपभोक्ता को एक किलोवाॅट के लिए 2340 रुपये की सिक्योरिटी जमा करवानी पड़ती है। ऐसे ही औद्योगिक इकाइयों के लिए 200 किलोवॉट से लेकर 1 हजार किलोवॉट का कनेक्शन अधिकतम लिया जाता है। 200 किलोवॉट के लिए कामर्शियल सिक्योरिटी 5.16 लाख रुपये रहती है। इसके हिसाब से प्रत्येक कनेक्शन के लिए सिक्योरिटी जमा होती है।
कुल उपभोक्ता: सभी श्रेणियों में 23.75 लाख
- आवासीय: कुल उपभोक्ताओं का 84 प्रतिशत
- कामर्शियल वाणिज्यिक: कुल उपभोक्ताओं का 13 प्रतिशत
- अन्य: 3 प्रतिशत (कृषि, उद्योग और सरकार)
यह है एकाउंट नंबर : 0022040510000028
- आईएफएससी नंबर : JAKA0ERAILH
- बैंक की शाखा : रेल हैड कम्पलेक्स, अम्बेडकर चौक, जम्मू
- एकाउंट का शीर्षक : MD JPDCL, Security Deposit
क्या कहते हैं अधिकारी
‘सिक्योरिटी डिपाजिट मैनेजमेंट के लिए अलग एकाउंट खोलने का आदेश जारी करने के बाद इसे अमल में लाया जा रहा है। एक अलग एकाउंट निर्धारित किया गया है। अब इसी में सारी सिक्योरिटी जमा होगी। ब्याज देने के संबंध में फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है।’ -गुरपाल सिंह, एमडी, जेपीसीएल
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