घरेलू जरूरतों के लिए अब अधिक खर्च करते हैं जम्मू-कश्मीर के लोग, जानिए क्या कहती है सर्वेक्षण रिपोर्ट
जम्मू-कश्मीर के लोग अब अपनी घरेलू जरूरतों पर पहले से ज्यादा खर्च कर रहे हैं। एक हालिया सर्वेक्षण रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार, लो ...और पढ़ें

ग्रामीण जम्मू और कश्मीर में औसत मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय 2022-23 में 4296 रुपये से बढ़कर 2023-24 में 4774 रुपये हुआ।
राज्य ब्यूरो, जागरण, जम्मू। जम्मू और कश्मीर में पिछले दो वर्षों में औसत घरेलू उपभोग के स्तर में लगातार वृद्धि दर्ज की गई है।अब पहले की अपेक्षा यहां के लोग अपनी घरेलू जरूरतों के लिए अधिक खर्च कर रहे रहे हैं। यह जानकारी संसद में दी गई।
केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने कहा कि नवीनतम घरेलू उपभोग व्यय सर्वेक्षण से पता चलता है कि ग्रामीण जम्मू और कश्मीर का औसत मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय 2022-23 में 4296 रुपये से बढ़कर 2023-24 में 4774 रुपये हो गया है जबकि इसी अवधि के दौरान शहरी उपभोग 6179 रुपये से बढ़कर 6327 रुपये हो गया है।
सबसे गरीब नागरिकों के आय स्तर पर एक प्रश्न का उत्तर देते हुए लोकसभा में मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि भारत आर्थिक वर्ग के अनुसार आय के आंकड़े केंद्रीय रूप से एकत्र नहीं करता है और आय वितरण के लिए उपभोग पर निर्भर करता है।
राष्ट्रव्यापी औसत से पता चलता है कि ग्रामीण मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय 2022-23 में 3773 रुपये से बढ़कर 2023-24 में 4122 रुपये हो गया है और शहरी मासिक प्रति व्यक्ति उपभोग व्यय 6459 रुपये से बढ़कर 6996 रुपये हो गया है। मंत्रालय ने कहा कि यह वृद्धि भारत की आबादी के निचले पांच से दस प्रतिशत के लिए अधिकतम थी।
ग्रामीण और शहरी दोनों यह दर्शाता है कि सबसे गरीब वर्गों ने किसी भी अन्य समूह की तुलना में आनुपातिक रूप से मजबूत सुधार दर्ज किए हैं।सरकार ने यह भी कहा कि असमानता के संकेतकों में सुधार हुआ है।

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